Grah Dosh: ज्योतिष शास्त्र में सिर्फ आप अपने ग्रह-नक्षत्र ही नहीं बल्कि कई अन्य चीजों के बारे में भी पता कर सकते हैं जो आपके लिए लाभकारी साबित होंगी। जॉब और बिजनेस से लेकर पर्सनल लाइफ और स्वास्थ्य संबंधी कई जानकारियां भी आप ज्योतिष शास्त्र की मदद से प्राप्त कर सकते हैं। ज्योतिष में इन सबसे जुड़ी समस्याओं के समाधान सही तर्कों के साथ दिए गए हैं। कई लोग लगातार बीमार पड़ते हैं, बदलते मौसम और कमजोर इम्यूनिटी के साथ ही ग्रह दोष भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ग्रह दोष को ठीक करने के लिए क्या किए जा सकते हैं उपाय

शनि के प्रकोप से होता है हड्डियों में दर्द: न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव के क्रोधित होने पर लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं समस्याओं में से एक है हड्डी की समस्या। अगर आपको लगातार हड्डियों में दर्द की परेशानी के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द की शिकायत है तो हो सकता है कि आप शनि दोष से जूझ रहे हों। शनि देव की तिरछी नजर होने पर लोगों के शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द की समस्या हो सकती है।

क्या है उपाय: शनि दोष को दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप प्याज और लहसुन का सेवन बंद कर दें। साथ ही साथ, मांस मदिरा का इस्तेमाल भी बंद कर देना चाहिए। शनि दोष के प्रकोप से बचने के लिए लोहे का छल्ला बीच की उंगली में पहन सकते हैं। शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जरूर जलाएं। इसके अलावा, कोशिश करें कि शनिवार के दिन काले रंग के कपड़े पहनें। वहीं, रामचरितमानस के कई चौपाइयों का पाठ करके भी बहुत से रोगों से मुक्ति मिल जाती है। हालांकि, इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि किसी भी तरह के पूजा पाठ और जाप करने के बाद अंत में नियमित रूप से क्षमाप्रार्थना करनी चाहिए।

कौन से हैं अन्य दोष: सूर्य दोष होने पर हृदय रोग, पाचन तंत्र संबंधी बीमारियां और आंखों की बीमारी हो सकती है। इसके अलावा, टीबी भी सूर्य दोष के कारण ही होती है। वहीं, हाइपरटेंशन, डिप्रेशन, अनिद्रा और घबराहट की समस्या चंद्रमा के दोष के वजह से होती है। बुध के दोष से ही नाक, कान और गले की बीमारियां हो जाती है। सर्दी, जुखाम और बुखार जैसी दिक्कतें भी बुध के दोष के कारण होता है। इसके अलावा, पेट संबंधी परेशानियों के लिए बृहस्पति ग्रह का दोष जिम्मेदार होता है।