Shani Gochar 2026: साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस साल कर्मफल दाता शनि देव मीन राशि में संचरण करेंगे। इस पूरे साल वह मार्गी, वक्री होने के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। शनि के गुरु की राशि में होने से कुछ राशियों के लिए नया साल खुशियां लेकर आ सकता है। नए साल में शनि मीन राशि में मार्गी अवस्था में रहेंगे। इसके साथ ही 26 जुलाई को इसी राशि में वक्री चाल से चलेंगे और साल के अंत में फिर मार्गी हो जाएंगे। ऐसे में शनि की शुभ दृष्टि कई राशि के जातकों की किस्मत को चमका सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नए साल में शनिदेव तुला सहित इन तीन राशि के जातकों पर विशेष कृपा डाल सकते हैं। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा सकता है। अपनी कुंडली के विस्तृत विश्लेषण के लिए किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह जरूर लें। आइए जानते हैं नए साल में किन राशियों को मिलेगा राजसी सुख और अपार धन…

वृषभ राशि (Vrishabha Zodiac)

इस राशि के जातकों के लिए नया साल काफी अच्छा जाने वाला है। इस राशि के ग्यारहवें भाव में शनि विराजमान रहेंगे। भाग्य का पूर्ण सहयोग मिलने से इस गोचर काल में वृषभ राशि के जातकों के लिए धन प्राप्ति और आय में वृद्धि के प्रबल योग बनते हैं। 11वां भाव इच्छा पूर्ति का भाव माना जाता है, इसलिए इस अवधि में आपकी कई पुरानी और रुकी हुई इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। शनि महाराज कर्म भाव के स्वामी होकर जब एकादश भाव में होने से इस राशि के जातकों को उनके परिश्रम का सही और न्यायपूर्ण प्रतिफल मिलने लगता है। अचानक धन लाभ, आय के नए स्रोत और आर्थिक स्थिरता के संकेत इस समय स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।

नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय काफी अनुकूल रहेगा। प्रमोशन में आ रही बाधाएँ दूर हो सकती हैं, लंबे समय से रुका हुआ एप्रिसिएशन मिल सकता है और इंक्रीमेंट या एरियर मिलने की भी संभावना बनती है। कुछ लोगों को नई और बेहतर पैकेज वाली नौकरी का अवसर भी मिल सकता है। वहीं व्यापारियों के लिए व्यापार में आई सुस्ती खत्म होगी और फंसा हुआ धन वापस मिलने के योग बनेंगे। विशेष रूप से रियल एस्टेट, प्रॉपर्टी, ऑटोमोबाइल, ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म, मेटल, मिनरल्स, केमिकल, रबर और स्क्रैप से जुड़े कार्यों में अच्छा लाभ मिल सकता है। शनि की दृष्टि संतान भाव पर रहेगी। ऐसे में संतान प्राप्ति के अलावा संतान के करियर में सफलता का भाग्य भी मजबूत होता है।

शनि की दृष्टि लग्न पर पड़ने से मानसिक नकारात्मकता, हताशा और निराशा में कमी आएगी। शिक्षा, परीक्षा, रिजल्ट और नौकरी जॉइनिंग से जुड़ी समस्याएं भी धीरे-धीरे दूर होंगी। हालांकि शनि के फल धीमे मिलते हैं, लेकिन स्थायी और न्यायपूर्ण होते हैं।

उपाय: शनिवार के दिन शनि देव से संबंधित वस्तुओं का दान करें, शनि मंदिर या पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और नियमित रूप से अन्न दान करें।

तुला राशि (Tula Zodiac)

2026 में शनि तुला राशि में छठे भाव में संचरण करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को शत्रुओं पर विजय और पुरानी बीमारियों से मुक्ति का संकेत है। व्यापार में निवेश का दोगुना लाभ मिल सकता है। चौथे और पंचम भाव के स्वामी होकर छठे भाव में होने से आपके लिए योगकारक हो सकते हैं। छठा भाव नौकरी और पंचम भाव शिक्षा से जुड़ा होता है, इसलिए पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं, रिजल्ट, इंटरव्यू और नियुक्ति पत्र से जुड़े रुके हुए कार्य अब आगे बढ़ेंगे। कार्यस्थल पर बना तनाव कम होगा, मेहनत का सही फल मिलेगा और प्रमोशन या एप्रिसिएशन के योग बनेंगे। कर्ज या आर्थिक दबाव से निकलने के रास्ते भी खुलेंगे और रुका हुआ धन मिलने की संभावना बनेगी।

शनि शत्रुहंता होते हैं, इसलिए गुप्त या प्रत्यक्ष शत्रु नुकसान नहीं कर पाएंगे। साथ ही प्रॉपर्टी, मकान, वाहन और लोन से जुड़े कार्यों में भी सुधार होगा। हालांकि स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। कुल मिलाकर यह गोचर धीरे-धीरे स्थिरता, राहत और सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा।

उपाय- शनिवार के दिन शनि देव को सरसों के तेल का दीपक अर्पित करें। इसके अलावा शनिवार को काले वस्त्र, काली उड़द, तिल, लोहे की वस्तु या सरसों के तेल का दान करें।

मकर राशि (Makar Zodiac)

मकर राशि के जातकों के लिए यह शनि गोचर विशेष महत्व रखता है, क्योंकि शनि आपके लग्न और धन भाव के स्वामी होकर पराक्रम के भाव अर्थात तीसरे भाव में स्थित हैं। वक्री अवस्था के दौरान आपने कड़ी मेहनत तो की, लेकिन उसका अपेक्षित फल नहीं मिल पाया। अब शनि के मार्गी होने के बाद आपके प्रयासों का उचित परिणाम मिलने लगेगा। धन प्राप्ति की जो गति पहले धीमी थी, उसमें सुधार आएगा और धीरे-धीरे बैंक बैलेंस व आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

तीसरा भाव यात्राओं, प्रयासों और संचार का कारक होता है। इस अवधि में की गई यात्राएं चाहे वे बिजनेस, ऑफिशियल या विदेश से जुड़ी हों, तो लाभकारी सिद्ध होंगी। भाई-बहनों, पड़ोसियों और मित्रों के साथ बिगड़े रिश्तों में सुधार आएगा। शनि के मार्गी होने से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव दिखाई देगा। आलस्य, टालमटोल और निर्णय न ले पाने की प्रवृत्ति कम होगी, जिससे सोच, व्यवहार और कम्युनिकेशन स्किल्स में मजबूती आएगी।

शनि की दृष्टि पंचम, नवम और द्वादश भाव पर पड़ने से शिक्षा, संतान, भाग्य, लंबी यात्राओं और विदेश से जुड़े मामलों में प्रगति होगी। पहले हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के योग बनेंगे और अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण आएगा। कुल मिलाकर यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए धन संचय, मानसिक स्थिरता और जीवन में धीरे-धीरे सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा, हालांकि फल व्यक्ति की कुंडली पर भी निर्भर करेंगे।

उपाय- शुभ फलों के लिए ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप रोज़ 108 बार करें। इसके अलावा शनिवार को शनिदेव की पूजा करें।

नए साल में कर्मफल दाता शनि मीन राशि में मार्गी अवस्था में रहेंगे। ऐसे में कुछ राशि के जातकों पर शनि की अशुभ दृष्टि पड़ सकती है। ऐसे में इन 5 राशि के जातकों को सेहत, व्यापार से लेकर आर्थिक स्थिति के क्षेत्र में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। आइए जानते हैं शनि की घातक दृष्टि किन राशियों की बढ़ा सकती है मुश्किलें

मेष वार्षिक राशिफल 2026वृषभ वार्षिक राशिफल 2026
मिथुन वार्षिक राशिफल 2026कर्क वार्षिक राशिफल 2026
सिंह वार्षिक राशिफल 2026कन्या वार्षिक राशिफल 2026
तुला वार्षिक राशिफलवृश्चिक वार्षिक राशिफल 2026
धनु वार्षिक राशिफल 2026मकर वार्षिक राशिफल 2026
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026मीन वार्षिक राशिफल 2026

डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें