अधिकतर लोग शनि ढैय्या (Shani Dhaiya) या शनि साढ़े साती (Shani Sade Sati) का नाम सुनते ही घबरा जाते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र अनुसार इससे डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। क्योंकि ये आपकी कुंडली पर निर्भर करता है कि शनि की दशा आपके लिए कैसी रहेगी। यदि कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में हैं तो शनि ढैय्या के समय आपको लाभ मिलने के आसार रहेंगे और यदि शनि खराब स्थिति में हैं तो शनि ढैय्या के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जानिए वर्तमान में किन राशि वालों पर चल रही है शनि ढैय्या और कब मिलेगी इन्हें मुक्ति।

इन राशियों पर है शनि ढैय्या: वर्तमान में मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या चल रही है और इन राशि वालों को इससे मुक्ति 29 अप्रैल 2022 में मिलेगी। बता दें शनि साढ़े साती की तरह ही शनि ढैय्या के दौरान भी लोगों को शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है। बनते बनते काम बिगड़ जाते हैं। मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्ट झेलने पड़ते हैं। शनि ढैय्या के दौरान किसी खास से धोखा मिलने के आसार रहते हैं। अपनों का साथ नहीं मिल पाता। किसी न किसी से लड़ाई-झगड़ा होने की आशंका रहती है। इस दौरान किसी भी काम में सफलता पाने के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

शनि के प्रकोप से बचने के उपाय: शनि ढैय्या से पीड़ित जातकों को शनि देव की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन शनि चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी माना जाता है। शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन धतूरे की जड़ धारण कर सकते हैं। किसी रत्न ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह लेकर नीलम रत्न धारण कर सकते हैं। सात मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। शनि यंत्र की स्थापना कर उसकी नियमित पूजा करने से भी शनि की बुरी दशा से राहत मिलती है। (यह भी पढ़ें- इस राशि के लड़कों की तरफ सबसे ज्यादा आकर्षित होती हैं लड़कियां, ये बोलचाल में माने जाते हैं एक्सपर्ट)

शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित लोगों को शनि देव की विधि विधान पूजा करने के साथ हनुमान जी और भगवान शिव की भी अराधना करनी चाहिए। मान्यता है भगवान शिव और हनुमान जी के भक्तों को शनि देव परेशान नहीं करते। (यह भी पढ़ें- ज्योतिष उपाय: पैसों की किल्लत दूर करने के लिए बताए जाते हैं ये उपाय)