Shani Dev: वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन या वक्री होता है, तो उसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें इस साल 2022 में कई छोटे- बड़े ग्रह गोचर करने जा रहे हैं। वहीं इस लिस्ट में आयु प्रदाता शनि देव का भी नाम है। क्योंकि इसी साल 29 अप्रैल को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और 5 जून को कुंभ राशि में रहते हुए वक्री अवस्था में चले जाएंगे। वहीं शनि 23 अक्टूबर तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। शनि की इस उल्टी चाल का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 4 ऐसी राशि हैं, जिनसे जुड़े जातकों को थोड़ा संभलकर चलना होगा। आइए जानते हैं वो 4 राशियां कौन सी हैं…
वृष राशि: शनि ग्रह आपकी गोचर कुंडली के दशम (कर्म) भाव में वक्री होंगे, इसलिए आपको अपने कार्यस्थल पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जॉब में बॉस से कहासुनी हो सकती है। साथ ही ये भी हो सकता है आपको जॉब छोड़नी पड़ जाए। जो लोग व्यापारी हैं, उनको भी इस समय थोड़ा लाभ कम होगा। अगर आप नया व्यापार करने की सोच रहे हैं, तो यह समय अनुकूल नहीं है। धन के मामले में थोड़ा सतर्क रहें क्योंकि कहीं पैसा फंसने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
उपाय: शनि देव के मंदिर जाकर हर शनिवार सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सारे काम बनते चले जाते हैं।
मेष राशि: शनि देव आपकी गोचर कुंडली के ग्यारहवें (इनकम, लाभ) के भाव में वक्री हो रहे हैं। इसलिए इस दौरान आपको व्यापार में लाभ कम होगा। आर्थिक क्षेत्र में आप कमजोर हो सकते हैं। आपके फिजूल के खर्चें बढ़ सकते हैं, जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है। आपके कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में किसी भी काम में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं और शनि देव और मंगल ग्रह में शत्रुता का भाव है। इसलिए आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए।
उपाय: शनिवार के दिन सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ की पूजा करें। ऐसा करने से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा के साथ ही लक्ष्मी जी की कृपा भी बनी रहती है।
सिंह राशि: शनि ग्रह आपकी गोचर कुंडली के सप्तम (वैवाहिक जीवन, साझेदारी) भाव में वक्री हो रहे हैं। इसलिए इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में कुछ खटास आ सकती है। साथ ही पति- पत्नी में मनमुटाव रह सकता है। साझेदारी के काम में इस समय कम मुनाफा हो सकता है। साथ ही अगर आप व्यापार में नई साझेदारी करना चाह रहे हो तो यह समय अनुकूल नहीं है। जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी कुछ खराब हो सकता है। (यह भी पढ़ें)- Surya Gochar: शनि की राशि में ग्रहों के राजा सूर्य कर रहे गोचर, इन 4 राशि वालों को धनलाभ के साथ तरक्की के भी प्रबल योग
उपाय: शनिदेव, हनुमानजी की पूजा करने वालों से सदैव प्रसन्न रहते हैं, इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए शनि पूजा के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए। अगर आप शनि देव की कृपा पाना चाहते हैं तो सूर्य अस्त होने के बाद हनुमानजी का पूजन कर हनुमान चालीसा या सुंदर काण्ड का पाठ करें।
कन्या राशि: आपकी गोचर कुंडली के छठे (रोग) भाव में वक्री हो रहे हैं। इसलिए आपका स्वास्थ्य इस दौरान खराब हो सकता है या आपको कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान गले, छाती, कमर और दांतों में दर्द की समस्या हो सकती है। वहीं वाहन चलाते समय सावधानी बरतें क्योंकि दुर्घटना के योग बने हुए हैं। दवाई और मेडिकल चेकअप पर धन खर्च हो सकता है। जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है।
उपाय: जीवन में आए कष्टों को दूर करने के लिए शनिवार के दिन एक किलो सप्तधान,आधा किलो काले तिल,आधा किलो काला चना, कुछ लोहे की कील,एक शीशी सरसों का तेल लेकर इन सभी चीजों को एक नीले कपड़े में बांधकर पोटली बना लें।अब शनिदेव से अपने दुःखों को दूर करने की प्रार्थना करते हुए इस पोटली को शनि मंदिर में दान कर दें। (यह भी पढ़ें)- पति-पत्नी में रोज होता है विवाद तो ज्योतिष अनुसार करें यह आसान उपाय, दांपत्य जीवन खुशहाल बने रहने की है मान्यता