Shani Dev: कर्मफल दाता शनि को सबसे क्रूर ग्रहों में से एक माना जाता है, क्योंकि वह जातकों की उनके कर्मों के हिसाब से दंड देते हैं। इसके साथ ही वह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 30 साल का वक्त लग जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, न्याय के देवता शनि 29 मार्च को कुंभ राशि से निकलकर गुरु की राशि मीन राशि में प्रवेश प्रवेश कर गए हैं। ऐसे में कुछ राशियों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल गई है। इन राशियों का जीवन धीरे-धीरे पटरी पर आने लगेगा। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि हर एक जातक के जीवन में किसी न किसी तरह से असर अवश्य डालते हैं। अगर शनि किसी के ऊपर प्रसन्न होते हैं या फिर कुंडली में इनकी स्थिति मजबूत होती है, तो रंक को राजा बना देते हैं वहीं अगर कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर होती है, तो वह राजा को रंक बना देते है। ऐसे में आइए जानते हैं कुंडली में अगर शनि की स्थिति मजबूत होती है, तो वह कौन से संकेत मिलते हैं।
होता है खूब धन लाभ
अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है, तो व्यक्ति को अचानक धन लाभ होता है। रातों-रात किस्मत चमक जाती है। लंबे समय से रुका हुआ पैसा मिल जाता है। इसके साथ ही जिस चीज की आपने उम्मीद छोड़ दी है। वही चीज अचानक हो जाती है। अत्यधिक धन लाभ हो सकता है। आय के नए स्त्रोत खुल जाते हैं। आर्थिक स्थिति हमेशा मजबूत रहती है।
लोहे के व्यापार में होता है खूब मुनाफा
अगर कोई जातक लोहे या इससे संबंधित चीजों व्यापार में करता है, तो उसे खूब लाभ मिलता है। शनि का संबंध लोहे और धातु से संबंधित माना जाता है। ऐसे में अगर आप लोहे से संबंधित व्यापार करता है, तो उसे खूब तरक्की और मुनाफा होता है। शनि की कृपा से आपको खूब लाभ मिलता है।
जातक बन जाते हैं खूब मेहनती
शनि की कृपा जिन जातकों पर होती है, तो उनका दिमाग सिर्फ सफलता हासिल करने में होता है। शनि को धर्म के मार्ग में ले जाने वाला ग्रह माना जाता है। ऐसे में शनि हमेशा जातकों को मेहन, अनुशासन और मेहनत करने पर बल देते हैं। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत है, तो आपको हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है। वह व्यक्ति अधिक कठिन परिश्रम करता है और आत्मविश्वास से भरपूर होता है।
कर्मफल दाता शनि से 30 साल बाद मीन राशि में प्रवेश कर लिया है। इसके अलावा मीन राशि में पहले से ही शुक्र, बुध, सूर्य के साथ राहु विराजमान है। ऐसे में पंचग्रही राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस राजयोग का निर्माण होने से 12 राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर काफी असर देखने को मिलने वाला है। लेकिन शनि के द्वारा मीन राशि में बना पंचग्रही योग इन तीन राशियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। जानें इन राशियों के बारे में
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