Shani Dev Vakri In Meen: वैदिक पंचांग के मुताबिक शनि देव एक निश्चित अवधि पर पर वक्री और मार्गी होते रहते हैं। जिसका व्यापक प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर सीधेतौर पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि कर्मफल दाता शनि देव 13 जुलाई को वक्री अवस्था में संचऱण करेंगे और वह नवरात्रि, दशहरा और दिवाली पर भी वक्री अवस्था में ही संचरण करेंगे। आपको बता दें कि शनि देव मीन राशि में वक्री होंगे। वहीं वह 28 नवंबर तक वक्री अवस्था में रहेंगे। जिससे कुछ राशियों का गोल्डन टाइम शुरू होने जा रहा है। साथ ही इन लोगों की धन- संपत्ति में बढ़ोतरी हो सकती है। आइए जानते हैं ये किन राशि के लोग हैं…
कर्क राशि (Cancer Zodiac)
आप लोगों के लिए शनि देव का उल्टी चाल चलना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी गोचर कुंजली से भाग्य स्थान पर वक्री होने जा रहे हैं। इसलिए इस दौरान आपको किस्मत का साथ मिल सकता है। साथ ही आप काम- कारोबार के संबंध से यात्रा कर सकते हैं। वहीं इस दौरान आप धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। साथ ही आपकी करियर में तरक्की होगी और कारोबारियों के लिए यह लाभ का दौर साबित हो सकता है। साथ ही शनि देव आपकी राशि से सप्तम और अष्टम स्थान के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपको पार्टनरशिप के काम में लाभ हो सकता है। साथ ही रिसर्च के काम से जो लोग जुड़े हुए हैं उनको लाभ हो सकता है।
वृष राशि (Taurus Zodiac)
शनि देव का उल्टी चाल चलना मेष राशि के लोगों को सकारात्मक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि 11वें स्थान पर उल्टी चाल चलने जा रहे हैं। इसलिए इस दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है। साथ ही आपकी आय के नए- नए स्त्रोत बन सकते हैं। वहीं शनि देव की कृपा से आपके धन में वृद्धि होती जाएगी और कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होने की संभावना है। वहीं इस समय आपको निवेश से लाभ हो सकता है। साथ ही यह समय उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो नौकरी बदलने या उच्च पद के लिए प्रयासरत हैं। संपत्ति से संबंधित मामलों में भी अनुकूलता रहेगी।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
आप लोगों के लिए शनि देव का वक्री होना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से चतुर्थ स्थान पर उल्टी चाल चलने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आपको सुख- सुविधाओं में वृद्धि होगी। साथ ही आप कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं। वहीं आपको पैतृक संपत्ति का सुख मिल सकता है। साथ ही इस अवधि में नौकरीपेशा जातकों को वर्क प्लेस पर सीनियर कलीग का सहयोग मिलेगा। आपके काम की सराहना होगी, जिससे पदोन्नति या नए अवसर मिल सकते हैं। वहीं इस समय आपके पिता और ससुरालीजनों के साथ संबंध मजबूत होंगे।
