Shadashtak Yog: वैदिक ज्योतिष मुताबिक जब भी ग्रह गोचर या किसी अन्य के साथ कोई योग बनाता है। तो इसका सीधेतौर पर असर मानव जीवन पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि शनि और मंगल अशुभ षडाष्टक योग बनाने जा रहे हैं। ज्योतिष में शनि और मंगल दोनों  ग्रहों में शत्रुता का भाव है। इसलिए इस योग का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 4 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय विशेष सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…

मिथुन राशि: षडाष्टक योग आप लोगों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। इसलिए इस समय आपको धन निवेश से बचना चाहिए। वहीं इस समय आपके जीवनसाथी के साथ संबंधों में कटुता आ सकती है। साथ ही इस समय आपको कारोबार में कोई नई डील फाइनल करने से बचना चाहिए। क्योंकि नुकसान के योग बने हुए हैं। इस समय सट्टा, शेयर और जुए में पैसे का निवेश नहीं करना चाहिए। इस समय आपको वाहन सावधानी से वाहन चलाना चाहिए। क्योंकि दुर्घटना के योग बने हुए हैं।

मकर राशि: आप लोगों के लिए षडाष्टक योग नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। इस समय आपको पार्टनरशिप के काम में नुकसान हो सकता है। साथ ही अगर आप साझेदारी का काम शुरू करना चाहते हैं, तो इस समय रुक जाएं। अन्यथा नुकसान हो सकात है। दोस्तों से भी इस समय आपको सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही पेट से संबंधित रोग हो सकते हैं। गैस, कब्ज से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है। चोट और दुर्घटना के योग बने हुए हैं।

कर्क राशि: इस अशुभ योग के बनने से कर्क राशि के जातकों को सावधान रहना चाहिए। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली के 12वें भाव में मंगल ग्रह स्थित है, जिसको ज्योतिष में बहुत खतरनाक माना गया है। वहीं मगल की दृष्टि आपके विवाह स्थान पर है। इसलिए इस समय आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती है।साथ ही काम बनते- बनते रह सकते हैं। कारोबार में नुकसान होने की संभावना है।

वृश्चिक राशि: आपकी राशि के स्वामी मंगल ग्रह गोचर कुंडली में मृत्यु स्थान में विराजमान हैं। वहीं शनि देव तीसरे भाव में हैं। इसलिए षडाष्टक आप लोगों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। इस समय आपके दुर्घटना के योग बने हुए हैं। वाहन सावधानी से चलाएं। साथ ही अभी किसी को धन उधार देने से भी बचें। अन्यथा धन डूब सकता है। व्यापारियों को भी इस समय सावधान रहना चाहिए। नए निवेश से बचना चाहिए।