ज्योतिष शास्त्र अनुसार जब भी ग्रह गोचर या किसी अन्य के साथ कोई योग बनाता है। तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। जन्मकुंडली और गोचर कुंडली में कुछ ऐसे अशुभ ग्रह बनते हैं। जिनकी वजह से मनुष्य को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि शनि और शुक्र से षड़ाष्टक योग बन रहा है। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको इस समय सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…
मिथुन राशि: षड़ाष्टक योग बनने से आपको आंखों से संबंधित बीमारी हो सकती है। चेहरे पर कोई चोट- चपेट लग सकती है। किसी वाहन से दुर्घटना हो सकती है। आंखों का ऑपरेशन हो सकता है। कारोबार में कोई डील होते – होते रह सकती है। व्यापार में मुनाफा कम हो सकता है। साथ ही इस दौरान छोटे भाई- बहन को किसी तरह की परेशानी घेर सकती है। पिता को कष्ट हो सकता है या कोई रोग हो सकता है। इस समय आपके कुछ जरूरी काम अटक सकते हैं।
सिंह राशि: षड़ाष्टक योग आप लोगों को थोड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है। खासकर जो बुजुर्ग लोग है उनको ये समय थोड़ा ज्यादा कष्टकारी साबित हो सकता है। कोई लोग बरेगा हो सकती है। हड्डी और मासपेशियां से संबंधित कोई बीमारी हो सकती है। इस समय बिजनेस में निवेश करने से बचें। तो बेहतर रहेगा। साथ ही कोर्ट कचहरी के मामलों में लापरवाही न करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। संतान को लेकर कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस समय आपका व्यापार में पैसा भी डूब सकता है। साथ ही लेन- देन करते समय भी सावधानी बरतें।
कुंभ राशि: आप लोगों के लिए षड़ाष्टक योग कष्टकारी साबित हो सकता है। इसलिए इस समय आपको लाइफ पार्टनर के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। पार्टनरशिप के काम में हानि होने की संभावना है। साथ ही अभी अगर साझेदारी का काम स्टार्ट करना चाह रहे हैं तो अभी रोक दें। साथ ही कार्यस्थल पर किसी से मनमुटाव हो सकता है। इसलिए बोलते समय शब्दों पर ध्यान दीजिएगा। आप लोग शनि और शुक्र ग्रह के बीज मंत्रों का जाप करें। तो कुछ परेशानी कम हो सकती है।