Inauspicious Shadashtak Yog: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ युति बनाता है। तो इसका सीधा प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। साथ ही यह गोचर किसी के लिए शुभ रहता है तो किसी के अशुभ। आपको बता दें कि सूर्य देव कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जिससे षडाष्टक योग का निर्माण होगा। ज्योतिष में इस योग को बहुत अशुभ माना गया है। वहीं इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं, जिनको विशेष सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…

ऐसे बनता है षडाष्टक योग

वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब कुंडली में दो ग्रह एक दूसरे से छठे और आठवें भाव में होते है तो षडाष्टक योग का निर्माण होता है। आपको बता दें कि सूर्य देव जब कन्या में गोचर करेंगे तो मेष राशि में बैठे राहु के साथ षडाष्टक योग का निर्माण करेंगे।  इस योग में ग्रहों के बीच छठे और आठवें भाव का संबंध बनता। इन राशियों की बढ़ सकती है मुश्किलें…

वृष राशि: आप लोगों के लिए षडाष्टक योग थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। इसलिए आप लोगों को किसी विषय को लेकर मानसिक अशांति रह सकती है। साथ ही इस समय आपको व्यापार में निवेश से बचना चाहिए। साथ ही पिता को कोई कष्ट हो सकता है। वहीं समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। संतान को लेकर कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस समय आपका व्यापार में पैसा भी डूब सकता है। साथ ही लेन- देन करते समय भी सावधानी बरतें।

सिंह राशि: षडाष्टक योग बनने से आप लोगों को सावधान रहना होगा। साथ ही आपको कार्यस्थल पर लापरवाही और वाणी पर संयम बरतना चाहिए। अन्यथा आपका साथियों और बॉस के साथ मनमुटाव हो सकता है। साथ ही आपको व्यापार में निर्णय सोच- समझकर लेने चाहिए। वहीं इस समय व्यापार में धीमी गति से प्रगति होगी।  साथ ही कोर्ट कचहरी के मामलों में लापरवाही न करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है।

कुंभ राशि: षडाष्टक योग आप लोगों के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है। इस समय आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। साथ ही व्यापार में नुकसान हो सकता है। कोई महत्वपूर्ण डील फाइनल होते- होते रुक सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है।