Shadashtak Yog 2024: ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि को बहुत खास ग्रह माना जाता है। एक तरफ जहां मंगल को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है, जो कुछ महीनों में ही राशि बदल लेते हैं। तो वहीं दूसरी ओर शनि को कर्मों का फल देने वाला ग्रह माना जाता है और ये एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। मंगल का असर जहां सभी 12 राशियों के साथ-साथ देश दुनिया पर देखने को मिलता है तो वहीं शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। ज्योतिष के अनुसार, शनि को दोबारा एक राशि में आने में करीब 30 साल तक का समय लग जाता है। फिलहाल शनिदेव कुंभ राशि में हैं और मंगल कर्क राशि में विराजमान हैं। ऐसे में इन दोनों की स्थिति से षडाष्टक योग बन रहा है। आमतौर पर ज्योतिष में इस योग को अशुभ माना जाता है। लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिनको इस योग से लाभ मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं किन राशियों को षडाष्टक योग बनने से लाभ मिल सकता है।
मेष राशि (Mesh Rashi)
मेष राशि वाले जातकों के लिए षडाष्टक योग का निर्माण लकी साबित हो सकता है। इस दौरान आपका वैवाहिक जीवन मजबूत होगा। कार्यस्थल पर पुराने कर्मचारी सक्रिय रूप से आपका समर्थन करेंगे। आय के स्रोत बढ़ेंगे। परिवार में सुख-समृद्धि आने की संभावना है। आपके घर पर कोई मांगलिक कार्यक्रम संपन्न हो सकता है। कार्यस्थल पर आपके काम की तारीफ होगी। व्यापार में लाभ मिलेगा।
तुला राशि (Tula Rashi)
इस योग से इस राशि के लोगों की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। मंगल और शनि की कृपा से आपके लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं। आपको परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपका मन खेल-कूद में लगेगा। परिवार में लंबे समय से चली आ रही परेशानियां खत्म हो सकती हैं। घर का माहौल खुशनुमा रहेगा। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा।
कुंभ राशि (Kumbh Rashi)
कुंभ राशि के जातकों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। करियर परिवर्तन पर विचार कर रहे लोगों के लिए नए अवसर खुल सकते हैं। आपके कार्य का मूल्यांकन आपके वर्तमान कार्यस्थल पर भी किया जा सकता है। व्यापार में भारी मुनाफा मिलने की संभावना है। आप निवेश के बड़े फैसले ले सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।