Sawan Somwar 2025, Shivling Me Jal Chadane Ki Vidhi: भगवान शिव का प्रिय माह श्रावण मास आरंभ हो चुका है। इस पूरे माह भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखने का विधान है। इस साल कुल 4 सावन सोमवार पड़ रहे हैं। इस दौरान शिव जी को जल मात्र चढ़ाने से वह अति प्रसन्न हो जाते हैं और कुछ गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है। शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग में सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से वह अति प्रसन्न हो जाते हैं। शिवलिंग में जल चढ़ाने के कई नियमों के बारे में विस्तार से बताया गया है। लेकिन शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं किस दिशा में खड़े होकर शिवलिंग पर चढ़ाएं जल। इसके साथ ही जानें शिवलिंग में जल चढ़ाने का सही तरीका…

शिवपुराण के अनुसार, भोलेनाथ की पूजा करने के साथ शिवलिंग में जलाभिषेक करते समय कुछ नियमों का पालन करना शुभ होता है। शिवलिंग में जल हमेशा बैठकर चढ़ाना चाहिए, इससे शिव जी अति प्रसन्न होते हैं।

शिवलिंग पर शिव जी का पूरा परिवार
शिवजी का परिवार।

सावन माह में ऐसे चढ़ाएं शिवलिंग पर जल

  • शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि शिवलिंग में जल चढ़ाने के लिए हमेशा जल घर से ही लेकर तांबे, कांसे या फिर चांदी के लोटे में लेकर जाना चाहिए, क्योंकि इससे आपके घर के दोष साथ जाते हैं।
  • सबसे पहले शिवलिंग में जल चढ़ाते समय जलाधारी के दाएं ओर चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इस स्थान पर प्रथम पूज्य गणेश जी विराजमान है। यहां पर जल चढ़ाने के साथ ‘ॐ गं गणपतये नमः मंत्र बोले।
  • गणेश जी को जल चढ़ाने के बाद जलाधारी के दाएं ओर चढ़ाएं, क्योंकि इस ओर कार्तिकेय जी विराजमान रहते हैं। यहां पर जल चढ़ाने के साथ ‘ॐ श्री स्कन्दाय नमः मंत्र को बोलें।
  • दाएं ओर जल चढ़ाने के बाद जलहरी के बीचों-बीच जल चढ़ाएं। इस स्थान पर भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी विराजमान रहती है।
  • अशोक सुंदरी को जल चढ़ाने के बाद लिंग के चारों ओर जल चढ़ाएं, क्योंकि इस स्थान पर मां पार्वती विराजमान है, जिसे हस्त कमल कहा जाता है।
  • अंत में शिवलिंग के जल चढ़ाएं और ऊं नम: शिवाय: मंत्र का जाप करें।

किस दिशा में खड़े होकर जल चढ़ाएं

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग में जल चढ़ाते समय दिशा का अवश्य ध्यान रखनी चाहिए। हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही जलाभिषेक करना चाहिए, क्योंकि उत्तर दिशा को शिव जी का बाया अंग माना जाता है, जो मां पार्वती को समर्पित है।

इस दिशा से न चढ़ाएं शिवलिंग पर जल

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग में जल चढ़ाते समय दिशा का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में कभी भी पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि ये दिशा भगवान शिव का मुख्य प्रवेश द्वार है। ऐसे में अगर आप दिशा में मुख करके जल चढ़ाएंगे, तो उनके रास्ते में अवरोध उत्पन्न होगा।

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