sawan somvar 2019/Bakra Eid: सावन का आखिरी सोमवार होने के साथ आज का दिन बकरीद का भी है। यानी सुबह से ही जहां मंदिरों से ओम नम: शिवाय और शंख की आवाज सुनाई देगी वहीं मस्जिदों से भी बकरीद की स्पेशल नमाज के वक्त अजान सुनाई पड़ेगा। हालांकि ये कोई पहली बार नहीं लेकिन बिहार, यूपी, मप्र, राजस्थान, झारखंड आदि ऐसे प्रदेश हैं जहां प्रशासन को शांतिपूर्ण दिन निकालने के लिए काफी मशक्कत भी करनी पड़ेगी।
12 अगस्त का दिन धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। क्योंकि इस दिन सावन का आखिरी सोमवार (Last sawan somvar) है जो हिंदू धर्म के लोगों के लिए महत्व रखता है, दूसरा बकरीद (Bakrid 2019) भी है जो मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत (Pradosh vrat 2019) भी इस दिन पड़ रहा है। कुल मिलाकर माहौल काफी भक्तिमय रहने वाला है। मंदिरों और मस्जिदों में लोगों की भीड़ रहेगी। सावन का आखिरी सोमवार जहां शिव भक्तों के लिए काफी अहम होता है तो वहीं मीठी ईद के 2 महीने बाद आने वाली बकरीद मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए विशष महत्व रखती है…
बकरीद का त्यौहार मुस्लिम समाज के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसे ईद उल अजहा भी कहा जाता है। लोग इसे बड़ी ईद भी कहते हैं। मीठी ईद के करीब 2 महीने बाद यह दिन आता है। इस साल 11 और 12 अगस्त को बकरीद मनाई जा रही है। भारत में इसे विशेष रूप से 12 अगस्त को मनाया जायेगा। मुस्लिम समुदाय में यह पर्व हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद के तौर पर मनाया जाता है। ईद-उल-जुहा के दिन मुसलमान किसी जानवर जैसे बकरा, भेड़, ऊंट आदि की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी और गोश्त को हलाल कहा जाता है। बकरे के गोश्त को तीन भागों में बांटकर एक हिस्सा खुद के लिए, एक दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों के लिए रखा जाता है।
प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि के दिन किया जाता है। यह व्रत शुक्ल और कृष्ण दोनों ही पक्षों में आता है। वैसे तो प्रदोष व्रत किसी भी दिन आ सकता है। लेकिन इस व्रत का कुछ विशेष दिन पर आना बेहद शुभ और लाभदायी माना जाता है। जिसमें सोमवार को आने वाले सोम प्रदोष, मंगलवार को आने वाले भौम प्रदोष और शनिवार को पड़ने वाले शनि प्रदोष का महत्व अधिक है। हर महीने में दो प्रदोष व्रत आते हैं।
सावन का महीना 17 जुलाई से शुरु हुआ था जो 15 अगस्त यानी की रक्षा बंधन वाले दिन खत्म हो रहा है। 12 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार होने के कारण शिव भक्तों के लिए यह दिन अहम है। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत भी इसी दिन पड़ रहा है जिस कारण सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की अराधना से दोगुना लाभ मिलेगा। सावन के आखिरी सोमवार रूद्राभिषेक कराने से विशेष लाभ मिलने की बात कही जाती है।