Sawan Shivratri 2023 Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर मास की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि होती है। जिसे मास शिवरात्रि कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। श्रावण मास में पड़ने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस बार एक नहीं बल्कि सावन शिवरात्रि पड़ रही है। दरअसल, श्रावण मास में अधिक मास पड़ने के कारण पूरे 59 दिन के सावन पड़ रहे है। जिसके कारण शिवरात्रि भी दो पड़ रही है। पहली सावन शिवरात्रि 15 जुलाई को पड़ रही है और इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का भी समापन हो जाएगा। शिवरात्रि के दौरान भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ इन ज्योतिषीय उपायों को अपना सकते हैं। इससे विशेष लाभ मिलेगा।
कब-कब है सावन शिवरात्रि 2023?
हिंदू पंचांग के अनुसार, पहली सावन शिवरात्रि 15 जुलाई को और दूसरी 14 अगस्त को पड़ रही है। हर एक शिवरात्रि का विशेष महत्व है।
सावन शिवरात्रि पर करें ये उपाय
सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग को कराएं पंचामृत स्नान
दोनों ही सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं। पंचामृत दूध, दही, चीनी और घी से बनता है। इससे अभिषेक करने से शिव जी अति प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग में चढ़ाएं बेलपत्र
बिना कटे-फटे 21 बेलपत्र ले लें और उन्हें धोकर साफ कर लें और चंदन से ‘ऊं नम: शिवाय:’ लिखें। इसके बाद इन्हें शिवलिंग में चढ़ा दें। बेलपत्र चढ़ाते समय शिवलिंग से अपनी कामना जरूर करें।
सावन शिवरात्रि के दिन जलाएं घी का दीपक
सावन शिवरात्रि की शाम को शिव मंदिर जाकर घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से भोलेनाथ सुख-शांति, धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं।
सावन शिवरात्रि के दिन करें दान
हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व है। इसी तरह मासिक शिवरात्रि के दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन कराएं। इसके साथ ही वस्त्र आदि का दान करें। ऐसा करने से घर में बरकत बढ़ती है।
FAQ
कब है दूसरी सावन शिवरात्रि?
सावन मास की दूसरी शिवरात्रि 14 अगस्त 2023 को पड़ रही है।
साल में कितनी पड़ती है शिवरात्रि?
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 शिवरात्रि पड़ रही है।
किस दिन पड़ती है शिवरात्रि?
हर माल के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि पड़ती है।