Sawan 2023 Horoscope: 4 जुलाई से श्रावण मास आरंभ हो रहा है। इस साल का श्रावण मास काफी खास है, क्योंकि इस बार अधिक मास होने के कारण सावन पूरे 2 माह के होंगे। ऐसे में पूरे 8 सावन सोमवार पड़ रहे हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सावन माह में कई ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति में परिवर्तन होने वाला है। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में शुभ या फिर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि सावन मास के दौरान किन राशियों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
सावन 2023 में ये राशियां रहें संभलकर
वृषभ राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के जातकों के लिए सावन माह थोड़ी सी मुश्किलें बढ़ा सकता है। शारीरिक, मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बेवजह खर्च से परेशान हो सकते हैं। इसके साथ ही व्यापार संबंधी किसी भी तरह के निर्णय को लेने से बचना चाहिए। इससे आपको आर्थिक हानि हो सकती है। अशुभ प्रभावों से बचने के लिए शिवलिंग का अभिषेक करना लाभकारी हो सकता है। परिवार में शांति बनाएं रखें।
कन्या राशि
सावन माह इस राशि के जातकों के लिए उतार- चढ़ाव वाला हो सकता है। बिजनेस में थोड़ी परेशानियां खड़ी हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। थोड़ी परेशानी होने पर तुरंत इलाज कराएं। काम का बोझ अधिक हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों को थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बेकार की बातों पर ध्यान न देकर अपने काम से मतलब रखें। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए दुधाभिषेक या फिर जलाभिषेक करना लाभकारी सिद्ध होगा।
तुला राशि
इस राशि के जातकों के लिए भी सावन माह मिला-जुला रहने वाला है। बेवजह खर्च से परेशान हो सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि धन एकत्र करें। नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा रुकना ज्यादा अच्छा होगा। शुभ परिणामों के लिए शिव मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए सावन माह थोड़ी मुश्किलें बढ़ा सकता है। बिजनेस में पार्टनर से किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। ऐसे में व्यापार में अधिक ध्यान देने की जरूरत है, वरना भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में अपने सहयोगियों से थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है, क्योंकि वह अपने फायदे के लिए आपका लाभ उठा सकते हैं। शुभ प्रभाव के लिए भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके साथ ही बेलपत्र, आक का फूल, धतूरा आदि अर्पित करें।