Sawan 2023 Damru Vastu: सावन मास में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस माह विधिवत भोलेनाथ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन सोमवार के दिन शिवजी का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करने से विशेष कृपा मिलती है। इसके साथ ही श्रावण मास में भगवान शिव से संबंधित चीजों को घर लाना शुभ माना जाताहै। इन्हीं चीजों में से एक डमरू। माना जाता है कि घर में डमरू रखने से बुरी शक्तियां दूर हो जाती है। जानिए वास्तु के हिसाब से किन किस दिशा में रखना चाहिए डमरू और इसे रखने से होने वाले लाभ।

घर में कहां रखें डमरू?

अगर आपने अपने घर में शिवलिंग स्थापित किया है, तो उसी के पास डमरू रख दें। इसके अलावा शिव जी की मूर्ति घर पर है, तो उसके साथ भी डमरू रख सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की पूर्व दिशा में किसी ऊंचे स्थान में डमरू रखना लाभकारी होगा।

कितना बड़ा डमरू घर में रखना शुभ?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में डमरू छोटे आकार का ही रखना चाहिए। इसे कभी भी हथेली से बड़ा नहीं लाना चाहिए।  

घर में किसी तरह रखें डमरू?

हमेशा घर में डमरू रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसे न ही जमीन में रखें और न ही किसी कपड़े में लपेट में रखें। बल्कि उसे तांबे या फिर मिट्टी के बर्तन के ऊपर रख सकते हैं।

डमरू के साथ रखें त्रिशूल

डमरू के साथ त्रिशूल जरूर रखना चाहिए। इसे भी आप छोटे आकार में रख सकते हैं। बता दें कि डमरू के साथ त्रिशूल रखने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से निजात मिल जाती है और सुख-समृद्धि का प्राप्ति होती है।

घर में डमरू रखने के लाभ

  • कहा जाता है कि जिस घर में डमरू रखा होता है। वहां पर कभी भी किसी भी तरह का अमंगल नहीं होता है।
  • घर में नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती है।
  • घर में डमरू होने से ये जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करता है।
  • डमरू व्यक्ति को गलत के खिलाफ लड़ने के लिए मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
  • शिव डमरू की ध्वनि से आप भगवान शिव से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
  • घर में डमरू होने से ऑफिस के अलावा परिवार के लोग खुशी-खुशी रहते हैं।
  • बच्चों के मन का भय खत्म करने के लिए उनके कमरे में डमरू रखना लाभकारी हो सकता है।

FAQ

भगवान शिव के डमरू का क्या नाम है?

वेद-शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव के डमरू का नाम ‘ब्रह्मनाद’ था।

भगवान शिव को डमरू कहां से मिला?

जब शिव जी ने नटराज रूप धारण किया था, तो डमरू का भी निर्माण हुआ था।

शिव का डमरू क्या दर्शाता है?

डमरू  ब्रह्मांड का प्रतीक है, जो हमेशा विस्तारित और ढह रहा है।

घर में किस दिन लगाएं डमरू?

घर में डमरू सावन या फिर किसी मास के सोमवार के दिन लाना शुभ माना जाता है।