सावन का महीना समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। वहीं सावन का अंतिम सोमवार 8 अगस्त को है। इस दिन शिव भक्त अपने- अपने तरीके भोलेनाथ को प्रसन्न करेंगे। इस दिन व्रत रखने और रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है।  ऐसा माना जाता है कि सावन में सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको करने से धन- समृद्धि और भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सकती है।

सोमवार को रखें व्रत

शिव पुराण के अनुसार श्रावण के मास में सोमवार को उपवास यानी व्रत करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी मन की चंचलता दूर होती है, जिससे आपके अंदर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही ग्रह-नक्षत्रों का अशुभ प्रभाव दूर होता है। वहीं शिव परिवार की कृपा प्राप्त होती है।

शिवलिंग का करें रुद्राभिषेक

सावन के अंतिम सोमवार पर शिवलिंग पर रुद्राभिषेक भी करें। जिसमें भगवान शिव पर दूध, गंगाजल और गन्ने के रस से रसाभिषेक भी करें। यदि आप सावन में हर रोज शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हैं तो भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही आपका मन भी मजबूत होता है क्योंकि मन का कारक ग्रह चंद्रमा है, जो भगवान शिव के सिर पर सुशोभित है।

महामृत्युंजय मंत्र का करें जाप

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ। सावन के सोमवार पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही गंभीर से गंभीर बीमारी में भी स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

धन में वृद्धि के लिए करें ये उपाय

धन में वृद्धि के लिए हर रोज रात को 9 से 10 बजे के आसपास शिवलिंग के पास घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही अगले दिन शवलिंग पर गन्ने के रस से अभिषेक करें। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। आकस्मिक धनलाभ के योग बनते हैं।

इस विधि से करें अभिषेक

शिव पुराण अनुसार हर रोज जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही अटके हुए काम बनने लगते हैं। वहीं गुप्त शत्रुओं का नाश होता है। साथ ही साहस और पराक्रम में वृद्धि होती है।