Things Are Prohibited In Shiv Puja: शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। माना जाता है कि शिव अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। सावन का महीना भगवान शिव का पसंदीदा माना गया है। इस पूरे महीने भक्त शिव जी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। महादेव को बेलपत्र, भांग, धतूरा आदि प्रिय हैं लेकिन इसके अलावा कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए। जानिए क्या हैं वो वस्तुएं…
शंख से जल: भगवान शिव को शंख से जल नहीं चढ़ाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया था। शंख उसी असुर का प्रतीक माना जाता है। शंखचूड़ भगवान विष्णु का भक्त था। इसलिए विष्णु भगवान की पूजा शंख से की जाती है, शिव जी की नहीं।
तुलसी: तुलसी को भगवान विष्णु ने पत्नी रूप में स्वीकार किया है। इसलिए विष्णु जी की पूजा में तो इसका इस्तेमाल किया जाता है पर शिव की पूजा में इसे निषेध माना गया है।
नारियल का पानी: महादेव को नारियल तो चढ़ाया जा सकता है पर नारियल के पानी से उनका अभिषेक नहीं किया जाता। नारियल को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है जिसका संबंध भगवान विष्णु जी के साथ है। इसलिए शिवलिंग के ऊपर चाहकर भी नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए।
हल्दी: भगवान शिव को हल्दी भी नहीं चढ़ाई जाती। हल्दी का संबंध भगवान विष्णु से है। इसलिए इनकी पूजा में हल्दी का प्रयोग जरूर किया जाता है। लेकिन शिव की पूजा में इसका प्रयोग करने से चंद्रमा कमजोर होने लगता है जिससे मन चंचल होकर इधर उधर भटकने लगता है।
सिंदूर या कुमकुम: इसे सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है जबकि भगवान शिव वैरागी हैं। इसलिए शिवलिंग पर कुमकुम नहीं चढ़ाया जाता है। स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए सिंदूर लगाती हैं। इसके उलट महादेव त्रिदेवों में विनाशक हैं। लिहाजा सिंदूर से उनकी सेवा करना अशुभ माना जाता है।
तिल: तिल से बनी वस्तु भगवान शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए। मान्यता है कि तिल भगवान विष्णु की मैल से उत्पन्न हुआ है। इसलिए इसे भगवान शिव को अर्पित नहीं करना चाहिए।
खंडित चावल: भगवान शिव को सदैव साबुत चावल ही चढ़ाने चाहिए। चावल के टूटे हुए भाग को अशुद्ध माना जाता है। इसलिए शिवलिंग पर कभी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाने चाहिए।
केतकी फूल: भगवान शिव की पूजा में केतकी के फूलों का प्रयोग भी नहीं किया जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव ने खुद इन फूलों का अपनी पूजा से त्याग कर दिया था।
