Shani Gochar 2025: कर्मफलदाता शनि एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में उन्हें एक पूरा चक्र करने में 30 साल का वक्त लग जाता है। शनि राशि करे साथ-साथ एक निश्चित अवधि में राशि के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते है जिसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ सकता है। बता दें कि दिसंबर 2024 के अंत में शनि गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश कर गए थे। शनि के गुरु के नक्षत्र में प्रवेश करने से कई राशियों को लाभ मिल सकता है, तो कई राशियों के जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जानें शनि के पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने से किन राशियों को रहना होगा संभलकर…
कर्क राशि (Kark Zodiac)
शनि पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र से गोचर करना कर्क राशि के जातकों के लिए अनुकूल साबित नहीं होगा। गुरु आपके छठे भाव में रहेंगे और शनि अष्टम भाल मे गोचर करेंगे। बृहस्पति आपके छठे भाव में रहकर कई रोगों को बढ़ा सकता हैय़ इसके साथ ही शनि के आठवें भाव में होने से अचानक वाद-विवाद, तनाव आजि का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही बेकार की बीमारियों से परेशान रह सकते हैं। 29 मार्च तक इस राशि में शनि की ढैय्या चलेंगी। लेकिन शनि के मीन राशि में जाते ही इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। शनि की ढैय्या भी समाप्त हो जाएगी। ऐसे में आपके जीवन में काफी कुछ अच्छा हो सकता है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक हो सकता है। इसके साथ ही विदेश में पढ़ाई करने का मौका मिल सकता है।
सिंह राशि (Leo Zodiac)
शनि पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करके आपके सातवें घर में रहने वाले हैं। इसके साथ ही गुरु बृहस्पति इस राशि के पांचवें और आठवें भाव के स्वामी है। ऐसे में आपको हर क्षेत्र में सफलता के साथ-साथ खूब धन लाभ हो सकता है। इसके साथ ही शादी के प्रस्ताव आ सकते। लेकिन शनि के मीन राशि में जाते ही इस नक्षत्र का असर कम हो जाएगा। ऐसे में इस राशि के आठवें भाव में शनि रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हर काम में किसी न किसी तरह की अड़चन आ सकती है। कई भयंकर बीमारियों के गिरफ्त में आ सकते हैं। इसके साथ ही परिवार और दोस्तों से किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। शनि की ढैया आरंभ होने से इस राशि के जातकों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
मकर राशि ( Makar Zodiac)
शनि का पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जाना मीन राशि के जातकों के लिए ज्यादा फलदायी साबित नहीं होगा। इस राशि के जातकों के जातकों को साल 2025 में थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। गुरु बृहस्पति आपके तीसरे और 12वें भाव के स्वामी है। ऐसे में आपको कई संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। बेवजह खर्च से परेशान हो सकते हैं। बीमारियों से परेशान रहेंगे। ऐसे में कर्ज तक लेने की नौबत आ सकती है। नौकरीपेशा जातकों को अचानक से स्थान परिवर्तन करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
नया साल 2025 जल्द आरंभ होने वाला है। इस साल कई ग्रह राशि और नक्षत्र परिवर्तन करेंगे जिसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ सकता है। ऐसे ही ग्रहों के सेनापति मंगल पुनर्वसु नक्षत्र में जनवरी 2025 में प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में 12 राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर इसका असर पड़ेगा। जानें मंगल के पुनर्वसु नक्षत्र में जाने से किन राशियों को मिल सकता है लाभ…
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