ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल फिर बदल रही है जिसमें शनि देव शांत यानि अस्त हो गए हैं। शनि देव अपने रुप में नए साल में दूबारा राशियों में गोचर करेंगे। उनके शांत होने का अर्थ है कि ना तो उनकी क्रूर दशा होगी और ना ही किसी प्रकार से किसी भी राशि पर इनकी कृपा होने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि शनि के अस्त होने से पहले यदि किसी की राशि में शनि अशुभ थे तो वो अशुभ रहेंगे और यदि किसी की राशि में शुभ थे तो वो अपनी शुभता उन्हें एक माह के लिए देकर गए हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि इस समय धनु राशि में तो हैं लेकिन वो शांत हो गए हैं। ऐसे में सूर्य शनि के सभी बुरे प्रभावों का नाश करेंगे और सभी अवरोधों को भी कम करेंगे। शनि के अस्त होने के कारण कई राशियों को फायदा होगा तो कई को नुकसान। मकर राशि को धन से जुड़े कई बड़े लाभ होंगे और अन्य तरह से फायदे हो सकते हैं। बस थोड़ा समझकर निवेश करनी की आवश्यकता है।
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माना जा रहा है कि धनु राशि के लिए भी ये समय बहुत शुभ है। मंगल ग्रह सभी मुश्किलों को खत्म करेगा। वृश्चिक राशि पर शनि की साढेसाती का प्रभाव है इसलिए एक महीना इनके लिए शुभ होने वाला है। कन्या राशि वालों के दिन अच्छे हो गए हैं। नौकरी और व्यापार दोनों में तरक्की मिल सकती है। वहीं वृष राशि वालों का शनि दुर्बल है तो इनका आर्थिक पक्ष मजबूत हो सकता है, साथ ही नए कामों को शुरु किया जा सकता है।


