Shani Retrograde 2020 Effects: सूर्यपुत्र शनिदेव का 24 जनवरी को मकर राशि (Makar Rashi) में गोचर हुआ था और अब 11 मई को शनि अपनी वक्री (Shani Vakri) चाल चलेंगे यानी कि उल्टी चाल। शनि की ये चाल ज्योतिष अनुसार अच्छी नहीं मानी जाती जो खासकर उन लोगों को परेशान करती है जिन पर शनि की साढ़े साती (Shani Sade Sati) या फिर ढैय्या (Shani Dhaiya) चल रही हो। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि शनि की उल्टी चाल परेशान ही करें। अगर शनि आपकी कुंडली में मजबूत स्थिति में विराजमान हैं तो आपको शनि की इस अवस्था में भी लाभ ही प्राप्त होगा। 5 राशियां हैं शनि साढ़े साती और ढैय्या की चपेट में…
मिथुन: आपके ऊपर शनि की ढैय्या चल रही है। वक्री शनि आपकी आर्थिक स्थिति बिगाड़ सकता है। अचानक अप्रिय घटनाएं घटित होने लगेंगी। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन होने में देरी होगी। धन से जुड़े कार्यों को सावधानी के साथ करें नहीं तो हानि हो सकती है। खुद को आप भ्रमित महसूस कर सकते हैं।
तुला: आपके ऊपर शनि की ढैय्या चल रही है इसलिए वक्री शनि आपके कष्ट बढ़ा सकता है। व्यापार में आपको हानि का सामना करना पड़ेगा। निवेश करने के लिए समय ठीक नहीं है। शनि के वक्री होने से माता से मतभेद हो सकता है। मानसिक स्थिति कमजोर रहेगी। वाद विवादों से बचने की जरूरत है।
धनु: आपके ऊपर शनि साढ़े साती का आखिरी चरण चल रहा है। हालांकि ये चरण जाते जाते कुछ न कुछ अच्छा देकर जाता है। शनि के वक्री होने से आपको व्यापार में अधिक संघर्ष करना पड़ेगा। आर्थिक स्थिति कमजोर रहने से आप परेशान रहेंगे। आपको इस दौरान बेहद ही संयम से काम लेना होगा।
मकर: आप पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है जो आपको मानसिक कष्ट देगा। आप इस दौरान गलत निर्णय ले सकते हैं। व्यापार में हानि उठानी पड़ सकती है। आपको अपनी सूझबूझ से काम लेने की जरूरत है। सेहत का ध्यान रखें। दुर्घटना के योग बन रहे हैं।
कुंभ: आपके ऊपर शनि साढ़े साती का पहला चरण शुरू हुआ है और शनि का वक्री होना आपके लिए परेशानी भरा रहने वाला है। शनि की उल्टी चाल से आपके कष्टों में बढ़ोतरी होगी। जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर तनातनी हो सकती है। व्यवसाय में कोई भी बड़ा निवेश सोच समझकर ही करें।