Shani Sade Sati And Dhaiya 2024: ज्योतिष शास्त्र मुताबिक शनि देव की चाल में जब भी बदलाव होता है। तो किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या आरंभ होती है तो किसी ऊपर से इनका प्रभाव खत्म होता है। आपको बता दें कि 3 फरवरी को शनि देव अस्त हुए हैं और वह 9 मार्च को उदित होंगे। इसलिए जब तक शनि देव अस्त रहेंगे। तब तक शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव से कुछ राशियों को छुटकारा मिलेगा। क्योंकि शनि देव के अस्त होने से उनका प्रभाव मानव जीवन और राशियों पर बिल्कुल नहीं पड़ेगा और ढैय्या, साढ़ेसाती से प्रभावित राशियों के अब सभी काम बनेंगे। वहीं धन- दौलत में बढ़ोतरी होगी। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…
इन राशियों पर खत्म हुआ ढैय्या का अशुभ प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव के कुंभ राशि में अस्त होने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर ढैय्या का कष्टमय प्रभाव में काफी हद तक कमी आएगी है। आपको बता दें कि शनि देव कर्क राशि वालों की गोचर कुंडली में 8वें और वृश्चिक राशि के जातकों की गोचर कुंडली में चतुर्थ स्थान पर इस समय भ्रमण कर रहे हैं। इसलिए शनि देव के अस्त होने से अब आप लोगों के कार्य बनेंगे, जो पहले बनते- बनते रह जा रहे थे।
साथ ही स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा। बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। व्यापारियों का जो कारोबार धीमा चल रहा था, उसमें सुधार होगा। वहीं छात्रों के लिए समय अच्छा रहेगा।
इन राशियों पर कम हुआ साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव
शनि देव के अस्त होने से मीन राशि के जातकों को साढ़ेसाती के अशुभ समय से छुटकारा मिल गया है। वहीं ही कुंभ राशि के लोग दूसरे चरण और मकर राशि के लोग तीसरे चरण का सामना कर रहे हैं। इसलिए शनि देव के अस्त होने से मीन, कुंभ और मकर राशि के लोगों को मानसिक तनाव से छुटकारा मिलेगा। साथ ही आकस्मिक धनलाभ के योग बनेंगे। सेहत में सुधार आएगा। सोची हुई योजनाएं सफल होंगी। वहीं निवेश से लाभ होगा। वहीं इस दौरान आप देश- विदेश की यात्रा भी कर सकते हैं। साथ ही कारोबारियों का व्यापार अब पहले से अच्छा चलने लगेगा। इस समय कोई व्यवसायिक डील हो सकती है।