Samudrik Shastra Predictions: सामुद्रिक शास्त्र के रचयिता ऋषि समुद्र हैं। उन्होंने इस शास्त्र में शरीर के अंगों की बनावट और उस पर बने निशानों के बारे में बताते हुए यह तर्क दिए हैं कि यह किस प्रकार व्यक्ति के स्वभाव और व्यक्तित्व को प्रभावित कर सकते हैं। कहा जाता है कि शरीर के विभिन्न अंगों की तरह की नाखून के तिलों से भी व्यक्ति का स्वभाव और व्यवहार जाना जा सकता है। बताया जाता है कि नाखूनों का तिल व्यक्ति के बारे में कई खास रहस्य बताने में सक्षम है।
अंगूठे के नाखून पर तिल – कहा जाता है कि जिस व्यक्ति के अंगूठे के नाखून पर तिल होता है, वह व्यक्ति बहुत प्रभावशाली होता है। ऐसा व्यक्ति जहां भी जाता है, वहां लोगों को प्रभावित करने में सफल हो जाता है। ऐसे व्यक्ति में बल बहुत अधिक होता है। कहते हैं कि ऐसा व्यक्ति लीडर के तौर पर कार्य करता है। साथ ही इनमें अहम भी रहता है।
तर्जनी के नाखून पर तिल – मान्यता है कि तर्जनी उंगली के नाखून पर तिल होने से व्यक्ति भावुक होता है। कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति को सभी लोग भावुकता के जाल में फंसाकर अपना काम करवाते हैं। इसलिए यह कहा जाता है कि ऐसे लोगों को बहुत अधिक मित्र नहीं बनाने चाहिए। क्योंकि इन्हें मित्रों से धोखा मिलने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं।
मध्यमा उंगली के नाखून पर तिल – माना जाता है कि मध्यमा उंगली के नाखून पर तिल होने से व्यक्ति की समझदारी बढ़ती है। कहते हैं कि ऐसे लोगों में बल की कमी होती है। माना जाता है कि ऐसे लोग बहुत नखरेलु होते हैं। इन्हें छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है। इनके बहुत सारे मित्र होते हैं।
अनामिका के नाखून पर तिल – सामुद्रिक शास्त्र में यह माना जाता है कि अनामिका उंगली के नाखून पर तिल होने से व्यक्ति खुशमिजाज बनता है। ऐसे लोग चतुर होते हैं, इन्हें किसी भी परिस्थिति के बारे में जल्द पता चल जाता है।
कनिष्ठा उंगली के नाखून पर तिल – जिन लोगों की कनिष्ठा उंगली के नाखून पर तिल होता है वह स्वभाव से बहुत चंचल होते हैं। इन लोगों का जल्दी कहीं मन नहीं लगता है। ऐसे लोगों के बहुत सारे दोस्त होते हैं।