Samudrik Shastra Predictions: सामुद्रिक शास्त्र में अंगों की बनावट और उन पर बने निशानों का अध्ययन किया गया है। मान्यता है कि इस शास्त्र में दिए गए तर्कों के माध्यम से कोई व्यक्ति बिना किसी व्यक्ति से बात किए केवल उसके हाथ-पैर आदि की बनावट देखकर उसके स्वभाव, व्यवहार को भविष्य के बारे में जान सकता है।

कहते हैं कि सामुद्रिक शास्त्र में दिए गए तर्क सटिक हैं, इसलिए आज भी सालों पुराने इस शास्त्र पर यकीन करते हैं और इसमें दिए तर्कों को मानते हैं। सामुद्रिक शास्त्र के जानकार बताते हैं कि हथेली की बनावट से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सुखों का अनुमान लगाया जा सकता है।

बड़ी हथेली – बताया जाता है कि जिन लोगों की हथेली का आकार बड़ा होता है, ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहती है। लेकिन इन लोगों को जीवन में पर्याप्त मात्रा में सुखों की प्राप्ति हो जाती है। जानकारों की मानें तो ऐसे लोगों अच्छा जीवन जीते हैं। समय आने पर ऐसे लोगों के पास लगभग सभी सुख-सुविधाएं होती हैं। साथ ही कई बार यह भी देखा गया है कि बड़ी हथेली के लोग अक्सर सुखों की प्राप्ति के लिए परेशान रहते हैं और इन्हें जीवन में कई उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ता है।

छोटी हथेली – सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार छोटी हथेली वाले लोग बहुत सुखमय जीवन जीते हैं। इन लोगों का मन पावन होता है। ऐसे लोग भक्ति-भजन आदि में समय व्यतीत करना बहुत पसंद करते हैं। जानकारों के अनुसार छोटी हथेली वाले लोगों के पास जीवन का हरेक सुख होता है। साथ ही इन लोगों की ऐसी आदत होती है कि अगर इनके पास कोई सुख नहीं भी है तो यह उसके लिए परेशान नहीं होते हैं बल्कि उसके अभाव में रहते हुए भी प्रसन्न रहते हैं।

कोमल और कठोर हथेलियां – मान्यता के मुताबिक ऐसा बताया जाता है कि जिन लोगों की हथेलियां कोमल होती हैं यानी हथेली पर मांस अधिक होता है और पूरी हथेली मुलायम रहती है, उन्हें जीवन में अधिक सुखों की प्राप्ति होती है। जबकि कठोर यानी सख्त हथेलियों वाले लोगों को सुखों की प्राप्ति के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती हैं।