Mole on Shoulder: ज्योतिष शास्त्र में जैसे व्यक्ति की कुंडली में स्थित ग्रहों का विश्लेषण करके उसके नेचर और भविष्य के बारे में बताया जाता है। ऐसे ही सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर के अंग और उन पर मौजूद तिलों का विश्लेषण करके उसके व्यक्तित्व और फ्यूचर के बारे में बताया जाता है। शरीर पर तिल किस स्थान पर है इस बात पर बहुत कुछ निर्भर करता है। समुद्र शास्त्र यह भी बताता है कि जिन लोगों के कान पर तिल होता है वह बहुत खास होते हैं। साथ ही यह बताया जाता है कि इनमें कुछ खासियत होती हैं। आइए जानते हैं…

दाहिनें कान पर तिल होना:

समुद्र शास्त्र के विद्वानों का मानना है कि दाहिनें कान पर तिल सौभाग्यवान होने की निशानी है। इस तिल से व्यक्ति में समझदारी, सहनशीलता और भावनात्मकता बढ़ती है। बताया जाता है कि ऐसे लोग बहुत गुस्सैल होते हैं। इन्हें छोटी-छोटी बातों पर भी बहुत रोना आता है। कहते हैं कि दाहिनें कान पर तिल होने से व्यक्ति का भाग्योदय होता है। ऐसे लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि वो इस तिल को छुपाकर ही रखें।

बाएं कान पर तिल का मतलब:

सामुद्रिक शास्त्र में बाएं कान पर तिल वालों को चतुर माना जाता है। कहते हैं कि ऐसे लोग बहुत समझदार होते हैं। बताया जाता है कि ऐसे लोगों में आत्मसम्मान का भाव बहुत अधिक होता है। इन्हें किसी से कोई वस्तु, उपहार और धन आदि लेना पसंद नहीं होता है। इनकी कोशिश रहती है कि यह किसी को कुछ दे दें लेकिन किसी से कुछ ना लें। ऐसे लोग बहुत खुशमिजाज होते हैं। (यह भी पढ़ें)- Vastu Tips: वास्तु शास्त्र अनुसार इन उपायों को करने से धन-दौलत में हो सकती है वृद्धि, जानिए क्या है मान्यता

कान के निचले हिस्से पर तिल का मतलब:

बताया जाता है जिन लोगों के कान के निचले हिस्से पर तिल होता है। वो लोग बहुत खर्चीले होते हैं। उन्हें खरीदारी करने का बहुत शौक होता है। ऐसे लोगों की कोशिश होती है कि जो आज है, उसे एन्जॉय किया जाए और कल के लिए क्या करना है यह कल ही देखा जाए।

कान के ऊपरी हिस्से पर तिल होना:

 कान के ऊपरी हिस्से पर तिल होने से व्यक्ति में कलात्मकता बढ़ती है। कहते हैं कि ऐसे लोग बहुत संवेदनशील होते हैं। इन्हें किसी से डर नहीं लगता है। ऐसे लोग मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं। (यह भी पढ़ें)- Numerology: मेहनती और धन जोड़ने में माहिर होते हैं इन जन्मतिथि वाले लोग, शनिदेव की पाते हैं विशेष कृपा