समुद्र शास्त्र में व्यक्ति के शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट के आधार पर उसके स्वभाव का आकलन किया गया है। इसके मुताबिक ऐसे लोग जिनका माथा छोटा होता है, वे इमोशनल स्वभाव के होते हैं। कहते हैं कि ये लोग छोटी-छोटी बातों पर काफी ध्यान देते हैं। माना जाता है कि छोटी-छोटी चीजें ही इन्हें खुश और दुखी कर देती हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि ये लोग अपने दिल की ज्यादा सुनते हैं। इसके साथ ही इन लोगों को अकेले में रहना भी काफी पसंद आता है। कुछ लोगों का माथा सपाट होता है। समुद्र शास्त्र के अनुसार ये लोग अपनी बातों के काफी पक्के होते हैं। कहा जाता है कि ये लोग जो वादा करते हैं, उसे पूरी तरह से निभाने का भी प्रयास करते हैं। कहा जाता है कि ये लोग दूसरों पर भरोसा बहुत जल्दी नहीं करते।
आपने ऐसे लोगों को भी देखा होगा जिनका माथा काफी बड़ा होता है। सामुद्रिक शास्त्र की मानें तो जिन लोगों का माथा बड़ा होता है, वे लोग काफी बुद्धिमान होते हैं। इसके साथ ही इन लोगों के किस्मत का धनी होने की भी मान्यता है। कहा जाता है कि इनकी निर्णय लेने की क्षमता बहुत मजबूत होती है। इसके साथ ही ये लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कठोर मेहनत करने वाले होते हैं।
जिन लोगों का माथा गोलाकार होता है, उनके हंसमुख होने की मान्यता है। कहते हैं कि ऐसे लोग बहुत ही सकारात्मक होते हैं। और इन्हें निराशा में घिरे रहना पसंद नहीं होता। इनके पास दोस्तों की संख्या भी बहुत ज्यादा होती है। कुछ लोगों का माथा ‘M’ आकार का होता है। इनके बारे में कहा जाता है कि ये सोचते बहुत ज्यादा हैं। माना जाता है कि ये लोग अपने सपनों की दुनिया में जीना पसंद करते हैं। इसके अलावा पहाड़ जैसे आकार के माथे वाले लोगों के सामाजिक होने की मान्यता है।