नरपतदान चारण
ईमान होने का भाव ही ईमानदारी है। यह एक ऐसा गुण है जो लोगों को सत्य, नेकी और नीयत की राह प्रशस्त करती है और जीवन मूल्यों के प्रति सजग बनाती है। ईमानदारी झूठ या धोखे से रोकती है, इसलिए ईमानदार लोग कभी भी दूसरों से नहीं डरते और शांतिपूर्ण और सुखी जीवन जीते हैं।हालांकि ईमान की राह चलना इतना आसान नहीं है। एक प्रकार का कठिन तप है।
सामान्य जीवन वृति में अक्सर देखने में आता है कि लोग अवसर मिलने पर भ्रष्ट आचरण से नहीं चूकते। यह भ्रष्ट आचरण क्षणिक रुप से भौतिक सुख दे सकता है, लेकिन कालांतर में यह जीवन के लिए व्याधि बन जाता है। एक बेईमानी का हमेशा एक कमजोर आधार होता है और वह एक झूठे ढांचे पर खड़ी होती है जबकि ईमान का एक मजबूत आधार होता है।
ईमान सच को जीतने का माध्यम होता है। ईमानदारी शक्तिशाली है और इसलिए कोई इसकी वास्तविकता को कभी नहीं बदल सकता। और यह भी कि यही ईमानदारी हमें साहसी और सशक्त बनाती है। ईमानदार लोगों पर दूसरों द्वारा आसानी से भरोसा किया जा सकता है। यथा ईमानदारी दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाने में मदद करती है। ईमानदार लोग सच बोलते हैं और इसलिए उन पर दूसरों का भरोसा बढ़ जाता है।
मजबूत नैतिक चरित्र के साथ-साथ जिम्मेदार नागरिक बनने में हमारी मदद करने के लिए ईमान एक प्राथमिक गुण है।यह हमारे अंदर कुछ मूल्यवान गुणों को विकसित करके हमारे चरित्र के निर्माण में भी मदद करता है। ईमान का मनुष्य की शारीरिक और मानसिक संतुष्टि से भी संबंध होता है। ईमान के पालन से अच्छे स्वास्थ्य और खुशी का संचार होता है। ईमानदार होना मन को चिंता और तनाव से मुक्त बनाता है। यह मन की शांति बनाए रखने में मदद करता है।
ईमानदारी एक व्यक्ति को बिना किसी डर और सभी समस्याओं से मुक्त रहने के लिए प्रेरित करती है। यह बेहतर निर्णय लेने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करती है। वहीं बिना ईमानदारी के हम कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ विश्वास का रिश्ता नहीं बना सकते है।
एक बार व्यक्ति जब अपने जीवन में बेईमानी का रास्ता अपना लेता है, तो उस पर सभी का विश्वास कम हो जाता है। उक्त तथ्यों से यह स्पष्ट होता है कि इस समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए लोगों में ईमानदारी का गुण होना अत्यंत आवश्यक है।हम सभी को अपने जीवन में ईमानदारी को अपनाना होगा और इसके मूल्य को समझना होगा।
जब सभी लोग ईमानदारी को अपनाएंगे, तभी तो हमारा यह समाज एक सभ्य समाज बन पाएगा और लोग एक-दूसरे पर आसानी से विश्वास कर पाएंगे।हमें अपने बच्चों को हमेशा ईमानदारी के लिए प्रेरित करना चाहिए। इसके महत्त्व फायदों से अवगत करना चाहिए। हमारे मानवीय मूल्यों से ही समाज का अस्तित्व कायम रह सकेगा।
ईमान सच को जीतने का माध्यम होता है। ईमानदारी शक्तिशाली है और इसलिए कोई इसकी वास्तविकता को कभी नहीं बदल सकता। और यह भी कि यही ईमानदारी हमें साहसी और सशक्त बनाती है। ईमानदार लोगों पर दूसरों द्वारा आसानी से भरोसा किया जा सकता है। यथा ईमानदारी दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाने में मदद करती है। ईमानदार लोग सच बोलते हैं और इसलिए उन पर दूसरों का भरोसा बढ़ जाता है।