आजाद खान

Ramadan 2019 Sixth Roza: रमज़ान का बरकतों वाला महीना चल रहा है। इस पाक महीने में आपके ऑफिस या मुहल्ले में मुसलमान दोस्त या साथी होंगे, जो साथ में काम करते होंगे। वे भी ऑफिस में काम करने के दौरान रोजे़ रखते होंगे। ऐसे में उनके साथ कैसे काम करें और कैसे करें बर्ताव, आइए जानते हैं।

1. मुस्लिम साथी से लंच करने की जिद्द न करेंः ऑफिस में अगर आपका साथी रोजे़ से है, तो लंच के वक्त उसे साथ में खाने को नहीं बोलें। मुसलमान रोजे़ की वजह से केवल सेहरी और इफ्तार ही करते हैं। ऐसे में अपने साथी को लंच के लिए पूछने या उसके सामने खाने से, उसे भी खाने की इच्छा होगी। बता दें कि ऐसी इच्छा होने से रोज़ा लगभग महरूह जाता है।

2. साथी के साथ हंसी-ठहाके और मजाक नहीं करेंः मुसलमान साथी के साथ काम कर रहे उसके दोस्तों को चाहिए कि वे उसके रोजे़ का ख्याल रखे। साथियों को उसके साथ हंसी-मजाक नहीं करनी चाहिए। रोजे़ के दौरान हंसी-मजाक या लुत्फ लबाब में फंसे रहने से रोजा मकरूह होने का अंदेशा होता है।

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3. मुंह से बदबू आए तो टोके नहींः रोजे के दौरान अक्सर लम्बे समय से नहीं खाने-पीने से रोजेदारों के मुंह से बदबू आती है। ऐसे में उसे मुंह धोने या ब्रश करने के लिए नहीं कहें। मुसलमानों को रोजे़ के समय मुंह धोना या ब्रश करना मना है। जान-बूझकर मुंह धोने से रोजे़ के टूट जाने का अंदेशा रहता है।

4. मुसलमान मर्द और औरत से रोज़ा रहने के बारे में नहीं पूछेः रमजान के रोजे़ सभी बालिग मुसलमान मर्द और औरत पर फर्ज हैं। ऐसे में किसी से पूछना कि वह रोज़ा है कि नहीं, सही आदत नहीं है। रोजे को कुछ खास कारणों में रखना मना किया गया है। रोजे़ को बड़ी बीमारियों में, सफर में या औरतों के लिए हैज में रखना मना किया गया है।