Rama Ekadashi 2023 Upay: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जानते हैं। दिवाली से पहले पड़ने वाली इस दिवाली का विशेष महत्व है। आज के दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने का विधान है। आज के दिन पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है, क्योंकि आज गुरुवार का दिन भी पड़ रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ सूर्यास्त से पहले इन उपायों को अपना सकते हैं। ऐसा करने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं रमा एकादशी के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।

रमा एकादशी पर करें ये खास उपाय

नौकरी में प्रमोशन के लिए

अगर कड़ी मेहनत करने के बावजूद प्रमोशन नहीं मिल पा रहा है, तो रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही विष्णु जी के मंदिर जातक उन्हें पीले रंग का वस्त्र अर्पित करें। ऐसा करने से लाभ मिल सकती है।

व्यापार के लिए

व्यापार में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की चाहते हैं, तो भगवान विष्णु की पूजा करते समय उन्हें एक रुपए का सिक्का अर्पित करें। सिक्के में भी फूल, रोली, अक्षत आदि अर्पित करें। पीजा के बाद इस सिक्के को लाल रंग के कपड़े में बांधकर धन रखने वाले स्थान में रख दें।

सुख-समृद्धि के लिए

अगर सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो रमा एकादशी एक हल्दी की गांठ, कौड़ी, गोमती चक्र, रुद्राक्ष लेकर एक पोटली में बांध लें। इसके बाद भगवान विष्णु को अर्पित करने के साथ पूजा कर लें। पूजा के बाद इसे घर के किसी कोने या फिर प्रवेश द्वार में अंदर की ओर लटका लें। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए

अगर आप हर क्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं, तो रमा एकादशी पर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा कर लें। इसके साथ ही उन्हें पीला चंदन, पीला फूल के साथ पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। ऐसा करने से तरक्की मिलती है।

धन-धान्य की बढ़ोतरी के लिए

धन-धान्य की बढ़ोतरी के लिए आज शाम को तुलसी माता के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। इसके साथ ही परिक्रमा भी कर लें। ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहेगी और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।