Ram Navami 2019 Puja Vidhi, Samagri, Mantra, Procedure : हिंदू धर्म में लोग राम नवमी के पर्व को बड़े ही आस्था के साथ मनाते हैं। अधर्म का नाश करने के लिए भगवान विष्णु ने अयोध्या में राम के रूप में जन्म लिया था। अयोध्या के राजा दशरथ और माता कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में नौवें दिन हुआ था। इसलिए इस दिन को राम नवमी के नाम से जाना जाता है।
भगवान राम के जन्म का उदेश्य लंका के राजा रावण को खत्म करना और धरती पर धर्म की स्थापना करना था। इसलिए इस दिन को लोग बुराई के अंत के रूप में भी देखते हैं। इस दिन व्रत रखने का भी खास महत्व माना गया है। जानते है इस व्रत की विधि, कुछ प्रभावशाली मंत्र और शुभ मुहूर्त के बारे में…
– राम नवमी पर व्रत रखने का खास महत्व माना जाता है। लोग अपने परिवार की सुख, शांति और समृद्दि के लिए इस व्रत को रखते हैं।
– उपवास रखने वाले लोग सुबह जल्दी उठकर घर की साफ सफाई करते हैं उसके बाद स्नान करके व्रत करने का संकल्प लिया जाता है।
– राम नवमी के त्योहार वाले दिन भगवान सूर्य को जल जरूर अर्पित करना चाहिए।
– फिर भगवान राम की व्रत कथा को सुना जाता है इस व्रत कथा को सुनते समय हाथ में गेंहू या बाजरे के कुछ दाने रख लें।
– मंदिर को अच्छे से सजा लें। पूजा की सामग्री में रोली, चावल, जल, फूल, शंख आदि का प्रयोग करें।
– राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियों पर जल, रोली और फूल अर्पित करें।
– राम के मंत्रों का उच्चारण करें। इसी के साथ इस दिन रामचालीसा या राम स्त्रोतम का पाठ करने का खास महत्व माना गया है।
– भगवान राम की आरती के बाद पूजा में इस्तेमाल हुए जल को परिवार के सदस्यों पर छिड़क दें।
– अपनी श्रद्धानुसार दान-पुण्य भी जरूर करना चाहिए।
– ‘ऊं जानकी वल्लभाय स्वाहा’ मंत्र के जाप से मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
तारिख – 14 अप्रैल
दिन – रविवार
पूजा मुहूर्त – 11:05 से 13:37
समय अवधि – 2 घंटे और 25 मिनट।
नवमी तिथि आरंभ – 11:41 (13 अप्रैल 2019)
नवमी तिथि समाप्त – 09:35 (14 अप्रैल 2019)