देशभर में 25 मार्च को रामनवमी मनाई जाएगी। माना जाता है इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान राम को विष्णु जी का सातवां अवतार माना जाता है। माना जाता है कि रामनवमी के दिन अयोध्या में राम का जन्म महाराजा दशरथ और महारानी कौशल्या के घर हुआ था। इसी वजह से बहुत से लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान करने के बाद भगवान राम के मंदिर जाकर भक्तिभाव से पूजा-पाठ करते हैं। इस दिन जगह-जगह रामायण का पाठ करवाया जाता है। आइए जानते हैं रामनवमी की पूजा विधि –
रामनवमी पूजा विधि – रामनवमी का दिन बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है इस दिन मांगलिक कार्य बिना मुहूर्त के किए जा सकते हैं। इस दिन घर में सुख-शांति और समृद्धि के लिये व्रत भी रखा जाता है। रामनवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर के भगवान राम की मूर्ति के आगे व्रत का संकल्प लें। इसके बाद दिन में भगवान राम की कथा सुने। साथ ही भगवान राम की इस तरह पूजा करें – रामनवमी के दिन पूजा सामग्री में रोली, ऐपन, चावल, जल, फूल, घंटी, शंख आदि लें। भगवान राम, सीता माता और लक्ष्मण की मूर्ति स्थापित कर इन पर थोड़ा जल छिड़के और रोली, ऐपन अर्पित करें। इसके बाद चावल अर्पित करें। इसके बाद भगवान राम की आरती, रामचालीसा या राम स्त्रोतम का पाठ करें। आरती के बाद पवित्र जल को घर में छिड़के। पूजा के बाद श्रद्धानुसार दान-पुण्य करें। इस दिन कन्याओं को भोजन करवाने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
रामनवमी पूजा मुहूर्त – 11:14 से 13:40 बजे
नवमी तिथि आरंभ – 08:02 बजे, 25 मार्च 2018
नवमी तिथि समाप्त – 05:26 बजे, 26 मार्च 2018

