Raksha Bandhan Subh Muhurat, Puja Vidhi, Mantra, Bhadra Time LIVE Updates: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को सावन पूर्णिमा के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु, उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं। इसके साथ ही भाई अपनी बहन को उपहार देने के साथ रक्षा करना वचन देता है। इस साल ये पर्व देश के कोने-कोने में बहुत ही धूमधाम से मनाया गया है। इस साल रक्षाबंधन पर करीब 100 साल बाद ऐसा संयोग बना था जब भद्रा और पंचक का साया नहीं रहेगा। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन कई गुना अधिक शुभ फलों की प्राप्ति हुई। आइए जानते हैं राखी बांधने का सही समय, विधि, मंत्र, उपाय, नियम सहित अन्य जानकारी…
रक्षाबंधन में राखी बांधने का समय । रक्षाबंधन मनाने का कारण। रक्षाबंधन की थाली में रखें ये चीजें। लड्डू गोपाल को ऐसे बांधे राखी। राखी बांधते समय बोलें ये मंत्र। रक्षाबंधन की शुभकामनाएं
28 अगस्त को राखी बांधने के लिए सुबह 5.57 से सुबह 9.48 तक शुभ मुहूर्त है। करीब 3 घंटे का वक्त मिलेगा।
साल 2026 में राखी का पर्व 28 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 27 अगस्त 2026 को सुबह 9.08 पर आरंभ होगी, जो 28 अगस्त 2026 को सुबह 9.48 पर समाप्त होगी।
रक्षाबंधन के बाद राखी को कम से कम 21 दिन तक अवश्य बांधे रखें। यदि 21 दिन बांधना संभव न हो, तो इसे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2025) तक जरूर रखें। राखी उतारने के बाद इसे लाल रंग के कपड़े में लपेटकर उस स्थान पर रखें, जहां बहन से जुड़ी अन्य वस्तुएं रखी हों, या फिर किसी पवित्र स्थान में सुरक्षित रखें। यह भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक होती है, इसलिए इसे कहीं भी फेंकना उचित नहीं माना जाता। अगले वर्ष रक्षाबंधन के समय पुरानी राखी को जल में प्रवाहित कर दें। यदि राखी उतारते समय टूट जाए या खंडित हो जाए, तो इसे किसी पेड़ के नीचे एक रुपए का सिक्का रखकर छोड़ दें या फिर जल में प्रवाहित कर दें।
मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। पीले रंग की राखी इन पर शुभ असर डालती है और उनके जीवन में सौभाग्य और समृद्धि बढ़ाती है।
कुंभ राशि के स्वामी भी शनि हैं, लेकिन इस राशि पर सिल्वर या पीले रंग की राखी विशेष लाभकारी होती है। यह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती है।
मकर राशि के स्वामी शनि हैं। नीले, सफेद या सिल्वर रंग की राखी इनके लिए शुभ होती है, जो उन्हें स्थिरता और सफलता की ओर प्रेरित करती है।
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं, जो ज्ञान और सौभाग्य के प्रतीक हैं। पीले रंग की राखी या रेशमी धागे की राखी इन पर विशेष शुभ प्रभाव डालती है।
वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं। गुलाबी या लाल रंग की राखी इन पर शुभ प्रभाव डालती है, जिससे उनका साहस और दृढ़ता और मजबूत होती है।
तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं। आसमानी, सफेद या क्रीम रंग की राखी इस राशि के लिए उपयुक्त है। यह रंग उनके जीवन में संतुलन और खुशियां बनाए रखते हैं।
रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं भाई को रात में राखी बांधना सही है या नहीं।
Raat me Rakhi Bandhna Shubh ya Ashubh: भाई को रात में राखी बांधना ठीक है या नहीं? जानिए यहां
भगवान हनुमान को लाल फूल और राखी अर्पित करें। इससे भाई के करियर में उन्नति होगी और नौकरी व व्यवसाय में सफलता के साथ धन लाभ मिलेगा।
भगवान शिव को इत्र अर्पित करें। इससे भाई को धन-संपदा और सुख-सौभाग्य प्राप्त होगा।
ॐ येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं, इसलिए हरे या सफेद रेशमी धागे की राखी इन पर शुभ प्रभाव डालती है। यह उनकी एकाग्रता और मानसिक शांति बनाए रखने में सहायक है।
सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं, जो शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक हैं। पीले, गुलाबी या सुनहरे रंग की राखी इन पर सबसे अधिक शुभ असर डालती है और उनके आत्मबल को बढ़ाती है।
Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन आज, राखी बांधने के लिए मिलेंगे कुछ ही घंटे, जानें शुभ मुहूर्त और विधि
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, जो कोमलता और संवेदनशीलता का प्रतीक हैं। सफेद रंग की राखी या मोतियों वाली राखी उन्हें मानसिक सुकून और भावनात्मक संतुलन देती है।
हिंदू धर्म में कोई भी शुभ काम को करने के लिए रात का समय शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में कई लोगों के मन में आता है कि रात के समय राखी बांधना शुभ है कि नहीं। बता दें कि रात के समय राखी बांधा जा सकता है। अगर पूर्णिमा तिथि हो और भद्रा का साया न हो।
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं, जो बुद्धि और संवाद के ग्रह हैं। इस राशि के भाई के लिए हरे रंग की राखी या चंदन से बनी राखी शुभ होती है। यह उनके विचारों में स्पष्टता और सकारात्मकता लाती है।
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं, जो सौंदर्य और प्रेम के प्रतीक हैं। सफेद या सिल्वर रंग की राखी इस राशि के लिए उत्तम होती है। यह रंग उन्हें मानसिक शांति, स्थिरता और प्रेमपूर्ण संबंध प्रदान करता है।
आज राहुकाल सुबह 9 बजकर 07 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक था, जो समाप्त हो चुका है। इसके साथ ही दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त है।
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मेष राशि के स्वामी मंगल हैं, जो ऊर्जा और साहस के प्रतीक हैं। इस राशि के भाई को लाल रंग की राखी बांधना सबसे शुभ माना जाता है। लाल रंग उनकी ऊर्जा को बढ़ाता है और उन्हें जीवन में उत्साह और सफलता दिलाने में मदद करता है।
यह कथा देवी लक्ष्मी और राजा बली से भी जुड़ी है। कथा के अनुसार, एक बार जब राक्षसों के राजा बली ने अपनी भक्ति और तप से भगवान विष्णु को प्रसन्न कर लिया, तो उन्होंने उनसे अपनी रक्षा का वचन मांगा। भगवान विष्णु ने वादा निभाते हुए बली के द्वारपाल बन गए। इससे देवी लक्ष्मी चिंतित हो उठीं। ऐसे में देवी लक्ष्मी साधारण स्त्री का रूप धारण कर बली के पास पहुंचीं और उसे राखी बांध दी। बली भावुक हो गया और उन्हें मनचाही इच्छा मांगने को कहा। इस पर देवी लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को द्वारपाल से मुक्त करने का वचन मांगा।
राखी का आया त्योहार, खुशियों की छाई बहार, भाई की कलाई पर बंधा है बहना का प्यार
पंचांग के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन पर राहुकाल सुबह 9 बजकर 07 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक रहने वाला है। इस अवधि में राखी बांधने से बचना चाहिए।
भगवान शिव का दही से अभिषेक करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। इससे भाई-बहन को लंबी आयु और हर बाधा से मुक्ति प्राप्त होगी।
हनुमान जी को लाल फूल और राखी अर्पित करें। इससे भाई को नौकरी और व्यापार में सफलता मिलेगी।

भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक यह पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस खास दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं। बदले में भाई बहन को उपहार के साथ जीवनभर उसकी रक्षा का वचन देता है। रक्षाबंधन पर बहनें हर तरह के मतभेद और मनमुटाव भुलाकर भाई की कलाई पर प्रेम का धागा सजाती हैं। अगर आप भी इस बार अपने भाई के लिए कुछ खास चुनना चाहती हैं, तो रत्नों वाली राखी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। ये राखियां न केवल आकर्षक दिखती हैं, बल्कि आपके भाई के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ प्रभाव भी लाती हैं। आइए जानते हैं ऐसी राखियों के बारे में विस्तार से…
भगवान हनुमान को लाल फूल और राखी अर्पित करें। इससे भाई के करियर में उन्नति होगी और नौकरी व व्यवसाय में सफलता के साथ धन लाभ मिलेगा।
भगवान शिव को इत्र अर्पित करें। इससे भाई को धन-संपदा और सुख-सौभाग्य प्राप्त होगा।
Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन आज, राखी बांधने के लिए मिलेंगे कुछ ही घंटे, जानें शुभ मुहूर्त और विधि
इस साल रक्षाबंधन पर शनि और सूर्य के संयोग से नवपंचम राजयोग का निर्माण हो रहा है, जिससे इन तीन राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है।