Panchak August 2025: हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का विशेष महत्व है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को भाई-बहन के प्रेम, विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025, शनिवार को पड़ रही है। रक्षाबंधन के दिन भद्रा और पंचक के दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर भद्रा और पंचक चल रहा है, तो शुभ समय देखकर ही बहनें भाई की कलाई में राखी बांधे, जिससे शुभ फलों की प्राप्ति हो। बता दें कि करीब एक दशक बाद ऐसा हो रहा है जब रक्षाबंधन पर भद्रा के अलावा पंचक नहीं होगा। हिंदू धर्म में पंचक का विशेष महत्व है। हर माह 5 दिन ऐसे होते हैं जिसमें किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कामों को करने की मनाही होती है। आइए जानते हैं अगस्त माह में कब से आरंभ हो रहा है पंचक….
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कब लगता है पंचक?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह में से एक चंद्रमा हर ढाई दिन में राशि और हर दिन नक्षत्र परिवर्तन करते हैं। जिसका असर हर किसी के जीवन में पड़ता है। ऐसे ही जब हर माह चंद्रमा कुंभ और मीन राशि के साथ धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र से होकर गुजरता है, तो इस दौरान पंचक लग जाते हैं। इसके साथ ही सप्ताह के जिस दिन पंचक लगते हैं उसी दिन को पंचक के नाम के साथ जोड़ा जाता है। इस बार रविवार के दिन से पंचक आरंभ हो रहे हैं। इसलिए इसे रोग पंचक कहा जाएगा।
अगस्त 2025 में कब से कब तक है पंचक?
द्रिक पंचांग के अनुसार, 10 अगस्त को सुबह 2 बजकर 11 मिनट से पंचक आरंभ हो रहे हैं, जो 14 अगस्त सुबह 9 बजकर 6 मिनट तक रहेगा।
अगस्त में लगेंगे रोग पंचक 2025
अगस्त 2025 में पड़ने वाले पंचक रविवार के दिन आरंभ हो रहे हैं। ऐसे में इस रोग पंचक कहा जाएगा। ये पंचक अशुभ माना जाता है। इस पंचक के दौरान मानसिक, शारीरिक कष्टों का अनुभव किया जाता है। इसके साथ ही शुभ कामों को करने की मनाही होती है।
पंचक के दौरान न करें ये काम
मुहूर्त-चिंतामणि के अनुसार, पंचक के दौरान इन पांच कामों को करने की मनाही होती है। इन कामों को करने से अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
अग्नि-चौरभयं रोगो राजपीडा धनक्षतिः।
संग्रहे तृण-काष्ठानां कृते वस्वादि-पंचके।।’
अर्थ- पंचक के दौरान आग, चोरी का डर, बीमारी और कानूनी समस्याओं का डर बना रहता है। इसके अलावा धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा घास और लकड़ी इकट्ठा करने की मनाही होती है।
- पंचक के दौरान पलंग या चारपाई बनाने की मनाही होती है। इससे अशुभ फल मिलते हैं।
- मुहूर्त-चिंतामणि के अनुसार, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर काफी जरूरी है, तो हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ दही खाकर घर से निकलें।
- पंचक के दौरान छत डालने की मनाही होती है। मान्यता है कि पंचक के दौरान ऐसा करने से उस घर में रहने वाले सदस्यों के बीच हमेशा मन-मुटाव बना रहता है और कभी भी सुख-शांति नहीं रहती है।
- पंचक के दौरान लकड़ी इकट्ठा करना या खरीदने की मनाही होती है, क्योंकि आग लगने का खतरा सबसे अधिक होता है।
- पंचक के दौरान दाह संस्कार करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से पंचक दोष लगता है। ऐसे में इस दोष से बचने के लिए शव के साथ कुश का बना एक पुतला जरूर रखें और इसका भी विधिवत तरीके से दाह संस्कार करें।
अगस्त माह का पहला सप्ताह कई राशि के जातकों के लिए खास हो सकता है। इस सप्ताह बुध कर्क राशि में उदित होने वाले हैं। इसके अलावा इस सप्ताह समसप्तक, षडाष्टक, गजलक्ष्मी, नवपंचम, महालक्ष्मी जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को इस सप्ताह विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह। जानें साप्ताहिक राशिफल
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।