Raksha Bandhan 2025: भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक रक्षाबंधन का यह पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं, और भाई बदले में उपहार के साथ जीवनभर उसकी रक्षा का वचन देता है। रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें हर तरह के मतभेद और मनमुटाव भुलाकर प्रेम का यह पवित्र धागा सजाती हैं। अगर इस बार आप भी अपने भाई के लिए कुछ खास चुनना चाहती हैं, तो रत्नों से सजी राखी एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकती है। ये राखियां न केवल देखने में सुंदर होती हैं, बल्कि आपके भाई के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ फल भी लेकर आती हैं। आइए, जानते हैं ऐसी राखियों के खास पहलुओं के बारे में विस्तार से…
इन चीजों के बिना अधूरी है रक्षाबंधन की थाली, भाई को राखी बांधने से पहले जरूर रख लें ये सामग्री

पाइराइट स्टोन वाली राखी (Pyrite Rakhi)
आज के समय में पाइराइट स्टोन काफी चलन में है। इसे धन खींचने वाला चुंबक भी कहा जाता है। इसे शनि का रत्न माना जाता है। ऐसे में आप चाहे, तो भाई को पाइराइट स्टोन वाली राखी बांध सकती है। इससे आपके भाई के अंदर सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी। इसके साथ ही सुख-समृद्धि, संपदा, धन-वैभव की प्राप्ति होगी। आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

टरक्वाइज़ राखी (Turquoise Stone Rakhi)
टरक्वाइज़ राखी यानी फिरोजा रत्न से बनी राखी भाई को पहनाना काफी लाभकारी हो सकता है। इस राखी को पहननेससे डिप्रेशन, स्ट्रेस, मानसिक परेशानियों से लेकर सांस से जुडी समस्याएं दूर हो सकती है। इसके साथ ही ये निगेटिव एनर्जी दूर करता है सुख-समृद्धि लाता है।

इविल आई राखी (Evil Eye Rakhi)
नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए इविल आई सबसे अच्छा माना जाता है। इसे नजर बट्टू को रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आप चाहें, तो अपने भाई को ये राखी बांध सकते हैं। इससे वह बुरी नजर से बचा रहेगा और जीवन में संतुलन और आत्मविश्वास की वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही ये भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है।

रुद्राक्ष राखी
भगवान शिव के आंसू से बना रुद्राक्ष काफी पावरफुल होता है। बहनें भाई की कलाई में रुद्राक्ष वाली राखी भी बांध सकती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि वह असली रुद्राक्ष हो, न कि प्लास्टिक या अन्य धातु से बना हो। इस राखी को बांधने से भाई-बहन के संबंध मजबूत होते हैं। इसके साथ ही बुरी नजर से बचाव होने से साथ शिव जी की विशेष कृपा बनी रहती है।

7 चक्र राखी
सात चक्र राखी यानी शरीर में मौजूद 7 चक्र का प्रतीक माना जाता है, जिन्हें मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनाहत, विशुद्ध, आज्ञा और सहस्रार कहा जाता है। इस राखी को बांधने से सभी चक्र संतुलित रहते हैं। इसके साथ ही जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है। शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। भाई-बहन के रिश्तों में मजबूत आती है। इसके साथ ही बहनें भाई की कलाई में इसे बांधकर उन्हें हर तरह की बुरी नजर से भी बचा सकती हैं।
अगस्त माह में सूर्य, बुध और शुक्र राशि परिवर्तन करने वाले हैं, जिससे गजलक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण, बुधादित्य, गजकेसरी जैसे कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिल सकता है। लेकिन इन पांच राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं अगस्त माह की लकी राशियों के बारे में। जानें अगस्त माह का ग्रह गोचर
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।