August Panchak On Raksha Bandhan 2024: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ या मांगलिक काम को करने से पहले शुभ समय और मुहूर्त का जरूर ध्यान रखा जाता है। ऐसे ही हर माह के 5 दिन ऐसे होते हैं जिसमें कई तरह के शुभ कामों को करने की मनाही होती है। इन 5 दिनों को पंचक नाम से जानते हैं। अगस्त माह में पड़ने वाले पंचक काफी खास है, क्योंकि एक तो सोमवार के दिन शुरू हो रहे हैं जो राज पंचक होंगे। इसके साथ ही ये रक्षाबंधन के दिन से ही आरंभ हो रहे हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में असमंजस की स्थिति होगी कि आखिर पंचक के दौरान भाई की कलाई में राखी बांध सकते हैं कि नहीं? आइए जानते हैं अगस्त माह में कब से कब तक है पंचक और इसका राखी के त्योहार पर असर पड़ेगा कि नहीं…
कब से कब तक है अगस्त में पंचक 2024?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 19 अगस्त को शाम 7 बजकर 1 मिनट से पंचक आरंभ हो रहे हैं, जो 23 अगस्त को शाम 7 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होंगे।
रक्षाबंधन पर लगा राज पंचक
बता दें कि अगस्त माह में पंचक सोमवार से आरंभ हो रहे हैं, तो इसे राज पंचक कहा जाएगा। इस पंचक को अशुभ श्रेणी में नहीं रखा जाता है। इस पंचक के दौरान धन-ऐश्वर्य से संबंधित कामों को करना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही राजनीतिक और प्रशासनिक काम करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन इन 5 कामों को करने से बचना चाहिए। अटके हुए काम करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
पंचक के दौरान राखी बांधना होगा शुभ?
बता दें कि रक्षाबंधन के दिन सुबह से भद्रा का साया रहेगा। इसलिए इस दिन दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त आरंभ होगा, जो रात 09 बजकर 8 मिनट पर समाप्त होगा। सोमवार के दिन शुरू होने के कारण ये पंचक अशुभ नहीं माने जा रहे हैं। ऐसे में आप रात तक अपने भाईयों की कलाई में राखी बांध सकती हैं।
क्या है पंचक?
ज्योतिष के अनुसार, जब चंद्रमा नक्षत्र के तीसरे चरण और उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद, रेवती और शतभिषा नक्षत्र के चारों चरणों से होकर गुजरता है, तो पंचक आरंभ होता है। सप्ताह के हर एक दिन से आरंभ होने वाले पंचक का नाम और महत्व अलग-अलग होता है।
राज पंचक के दौरान न करें ये काम
- राज पंचकों के दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है।
- पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये दिशा यमराज से संबंधित मानी जाती है।
- पंचक के दौरान भवन की छत नहीं डालनी चाहिए। इससे इस घर में रहने वाले लोगों के बीच सुख-शांति भंग हो जाती है।
- पंचक के दौरान किसी भी प्रकार का बिस्तर, चारपाई, बेज आदि का निर्माण नहीं करना चाहिए।
- पंचक के दौरान लकड़ी, लकड़ी का सामान, ईंधन आदि घर नहीं लाना चाहिए।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।