Rahu Nakshatra Parivartan September 2021: ज्योतिष अनुसार राहु एक क्रूर ग्रह माना जाता है। कुंडली में राहु कमजोर होने पर अशुभ परिणाम प्राप्त होते हैं और मजबूत होने पर शुभ परिणाम। मिथुन राशिो में ये उच्च का होता है और धनु राशि में नीच का होता है। जब्कि आद्रा, स्वाति और शतभिषा नक्षत्र का स्वामी है। राहु एक छाया ग्रह है। राहु वर्तमान में वृषभ राशि में गोचर कर रहा है। 19 सितंबर को ये ग्रह रोहिणी नक्षत्र से सूर्य के नक्षत्र कृत्तिका में गोचर करने लगेगा। जानिए किन राशि वालों के लिए ये गोचर कष्टदायी साबित हो सकता है।
वृषभ:
मानसिक परेशानियां बढ़ेंगी।
बुरी आदतें लग सकती हैं।
किसी से धोखा मिलने की आशंका रहेगी।
गलत संगत से दूर रहें।
आर्थिक हानि हो सकती है।
स्वास्थ्य बिगड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
तुला:
मानसिक तनाव हो सकता है।
जोखिम भरे कार्यों को करने से बचें।
धन हानि की प्रबल संभावना रहेगी।
कार्यक्षेत्र के लिहाज से समय अच्छा नहीं है।
कोर्ट-कचहरी के चक्कर लग सकते हैं।
वृश्चिक:
वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
लंबी यात्रा में नुकसान होने की संभावना रहेगी।
कार्यक्षेत्र में सफलता पाने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।
चोट लगने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
वाहन सावधानी से चलाएं।
कुंभ:
कार्यक्षेत्र में हर काम सावधानी से करना होगा।
माता का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
गुस्से पर नियंत्रण रखना होगा।
शत्रुओं से सतर्क रहने की जरूरत है।
निवेश में नुकसान हो सकता है।
नए काम की शुरुआत अभी न करें। (यह भी पढ़ें- इन 4 राशि के जातक माने जाते हैं काफी साफ दिल, मन में नहीं रख पाते कोई बात)
राहु ग्रह के मंत्र: राहु के बुरे प्रभावों से बचने के लिए राहु के इन मंत्रों का जाप करना चाहिए-
-ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृध: सखा। कया शचिष्ठया वृता।।
-ॐ रां राहवे नमः
-ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
राहु का राशि परिवर्तन कब? राहु 23 सितंबर 2020 से वृषभ राशि में गोचर कर रहा है। 2021 में राहु का राशि परिवर्तन नहीं है। राहु 12 अप्रैल 2022 में अपनी राशि बदलेगा। इस दौरान राहु मंगल ग्रह की राशि मेष में प्रवेश कर जायेगा। (यह भी पढ़ें- वास्तु अनुसार आदर्श घर कैसा होना चाहिए? जानिए सुख-समृद्धि के लिए कौन सी चीज किस दिशा में रखनी चाहिए)
