राहु-केतु को ज्योतिष में छाया ग्रह कहा गया है। लेकिन जब किसी व्यक्ति की कुंडली पर इन दोनों ग्रहों का अशुभ प्रभाव पड़ता है, तो वह कई तरह की परेशानियों से घिर जाता है। उसके जीवन पर संकट की छाया पड़ने लगती है। कुंडली में राहु-केतु दोष के कारण व्यक्ति को करियर में असफलता, बीमारी, आर्थिक समस्या और मानसिक तनाव जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
राहु-केतु की अशुभ लक्षणों को जानकर कुछ ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं। ये उपाय राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को कम करते हैं और शुभ प्रभाव को बढ़ाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इन उपायों को बहुत ही सरल और चमत्कारी माना गया है। आइए जानते हैं राहु-केतु दोष के उपाय और राहु-केतु दोष की पहचान कैसे करें-
राहु दोष होने पर होती है ये समस्याएं
राहु-केतु के अशुभ प्रभाव और दोषों के कारण शरीर में कुछ गंभीर समस्याओं के लक्षण दिखने लगते हैं। इन्हें जानकर आप राहु-केतु के उपाय कर सकते हैं। साथ ही इन संकेतों के बाद आप अपना राशिफल ज्योतिषी को दिखा सकते हैं। इसके बाद आप ज्योतिष उपाय कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र कहता है कि राहु अशुभ होने पर जातक को मानसिक तनाव, आर्थिक हानि, बार-बार संपत्ति की हानि, अनियंत्रित क्रोध, मरे हुए सांपों, छिपकलियों और पक्षियों को देखना, नाखूनों का कमजोर होना, पारिवारिक कलह और कोर्ट कचहरी जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।
केतु दोष होने पर होती है ये समस्याएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में केतु ग्रह का अशुभ प्रभाव हो तो उसे कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे बाल झड़ना, जोड़ों का दर्द, चर्म रोग, रीढ़ की हड्डी के रोग, नसों का कमजोर होना और संबंधित समस्याएं जैसे कई रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
राहु-केतु दोष दूर करने के ज्योतिषीय उपाय
देवी भगवती की पूजा करने से राहु-केतु के दोष दूर हो जाते हैं क्योंकि देवी दुर्गा को छाया ग्रह कहा जाता है और राहु-केतु को छाया ग्रह भी कहा जाता है। देवी दुर्गा की पूजा करने से राहु-केतु ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
घर में शेषनाग पर नृत्य करते हुए भगवान कृष्ण की तस्वीर रखें और नियमित रूप से पूजा करें। पूजा के दौरान ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे राहु-केतु दोष का प्रभाव भी कम होता है। इसके अलावा यह उपाय भी कर सकते हैं-
- राहु-केतु से संबंधित बीज मंत्रों का जाप करने से भी दोष दूर होते हैं।
- किसी गरीब कन्या का विवाह या विवाह में सहयोग करने से भी राहु-केतु का अशुभ प्रभाव कम होता है।
- रविवार के दिन कन्याओं को दही और खीर खिलाने से केतु दोष दूर होता है।
- यदि आपकी कुंडली में केतु दोष है तो हमेशा अपने साथ एक हरा रुमाल रखें।
- राहु का रत्न गोमेद है। यदि राहु दोष हो तो इस रत्न को किसी ज्योतिष के जानकार की सहायता से शनिवार के दिन धारण करना चाहिए।