Rahu Gochar 2025: ज्योतिष शास्त्र में राहु को पापी ग्रह माना जाता है, जो एक राशि में करीब 18 महीने तक रहते हैं। बता दें कि राहु 18 मई 2025 को अपने मित्र शनि की राशि कुंभ में प्रवेश कर गए थे। इस राशि में आकर कई राशि के जातकों को लाभ मिला होगा, तो कई राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है। हालांकि पिछले चार महीनों से राहु ज्यादा अच्छा फल नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि उनका अंश बल 24 डिग्री से नीचे था यानी कि वह मृत अवस्था से वृद्धावस्था की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन 10 सितंबर को राहु का अंश बल 23 डिग्री होगा और वह वृद्धावस्था से युवावस्था में प्रवेश करेंगे, जिससे कारण कुछ राशि के जातकों को खूब अच्छा फल देने वाले हैं। राहु के महाबली होने से इन तीन राशि के जातकों को खूब लाभ मिल सकता है। ये विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…
ज्योतिष शास्त्र में राहु को पाप का ग्रह कहा जाता है, क्योंकि जातकों को उनकी दशा या अंतर्दशा में कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। फिर भी जो जातक राहु के अनुरूप चलते हैं और उनके अनुसार काम करते हैं, तो उन्हें खूब सफलता हासिल होती है। राहु का फल इस बात का पर निर्भर करता है कि वह आपकी कुंडली में किसी भाग में विराजमान है। 10 सितंबर तक राहु 30° से 24° की सीमा पार कर कर लेंगे। अब उनका अंश बल 23 डिग्री होगा, जो आगे घटते हुए 22°, 21°, 20°, 19° और अंततः 18° तक पहुंचेगा। 18° पर पहुंचते ही राहु युवावस्था में प्रवेश करेंगे और उनकी फल देने की क्षमता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाएगी।
मकर राशि (Capricorn Zodiac)
मकर राशि में राहु धन भाव में विराजमान है और वह छठे, आठवें और दसवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को लाभ के अलावा हानि का भी सामना करना पड़ सकता है। आपको आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। आपकी कई इच्छाएं पूरी हो सकती है। इसके साथ ही परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। राहु की दृष्टि के कारण धन प्राप्ति की इच्छा प्रबल होगी, लेकिन अष्टम भाव से संबंध होने के कारण आप गलत संगत में फंस सकते हैं। इसलिए थोड़ा सजग रहें, तो बेहतर होगा। राहु के कारण आप अधिक आत्मनिर्भर होने के साथ चतुर और चालाक होंगे। लेकिन किसी भी प्रकार के शॉर्टकट लेने से बचें। इसके साथ ही आप अपने विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। मित्रों के साथ आपका अच्छा वक्त बीत सकता है।इसके साथ ही धन अर्जित करने के कई नए मार्ग खुल सकते हैं।
धनु राशि (SagittariusZodiac)
धनु राशि के जातकों की कुंडली में राहु तीसरे भाव में विराजमान है। इसके साथ ही उनकी दृष्टि सप्तम, नवम और एकादश भाव पर पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है। राहु का प्रिय स्थान तीसरा माना जाता है क्योंकि ये भाव पराक्रम, पुरुषार्थ, संचार माध्यम, मीडिया, फिल्म इंडस्ट्री, कला आदि से संबंधित माना जाता है। राहु की दृष्टि एकादश में पड़ने से इस राशि के जातकों की कई इच्छाएं पूरी हो सकती है। संचार माध्यमों या फिर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से आप काफी मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन थोड़ा सतर्क रहें क्योंकि साइबर फ्रॉड, धोखा होने के योग बन रहे हैं। इसके अलावा शनि के तीसरी राशि में होने से आपके अंदर संवाद करने की क्षमता में बढ़ोतरी हो सकती है। राहु की दृष्टि सातवें भाव पर पड़ेगी, ऐसे में कोर्ट-कचहरी के मामलों में थोड़ा सतर्क रहेंगे, तो काफी लाभ मिल सकता है। किस्मत का साथ मिल सकता है। आपका भाग्य मजबूत होगा। अपने गुरु, पिता और वृद्धजनों का सम्मान करेंगे, तो इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है।
कुंभ राशि (Aquarius Zodiac)
इस राशि के लग्न भाव में राहु विराजमान है। ऐसे में राहु के युवावस्था में प्रवेश करना इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। इस राशि के जातकों के जीवन में कई परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। नई ऊंचाइयां छू सकते हैं। राहु आपके मन, मस्तिष्क और निर्णय क्षमता पर प्रभाव डाल सकते हैं। अगर आपकी कुंडली में राहु की स्थिति अच्छी है, तो आपको महत्वाकांक्षी, आत्मविश्वासी और बड़े लक्ष्यों को पाने के लिए प्रेरित कर सकता है। आप दूर तक का सोच सकते हैं। इसके साथ ही आप कई क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल कर सकते हैं। वहीं अगर राहु की स्थित खराब हुई, तो आपके मन में डर, चिंता और भ्रम पड़ सकता है। राहु लग्न भाव में रहकर पंचम, सप्तम और नवम भाव पर दृष्टि डालेंगे। जहां पंचम भाव शिक्षा और निवेश का कारक माना जाता है। ऐसे में आपको विदेश में शिक्षा पाने का अवसर मिल सकता है। इसके साथ ही सप्तम भाव की बात करें, तो इसे व्यापार, विवाह और साझेदारी का माना जाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों का विवाह तय हो सकता है। व्यापार में भी लाभ मिल सकता है। लेकिन थोड़ा सतर्क रहें। भाग्य में भी तेजी से वृद्धि हो सकती है।
उपाय-
राहु की नकारात्मकता से बचने के लिए गुरु को मजबूत रखें। इसके लिए गुरुवार का व्रत रखें। पीले वस्त्र धारण करें। चंदन और केसर का तिलक लगाना। केले का पेड़ लगाने के साथ पूजा करें।
राहु के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय
- सोमवार और शनिवार को जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
- दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
- रोजाना 108 बार ‘ॐ रां राहवे नमः’ मंत्र का जाप करें।
- शनिवार और मंगलवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
- शनिवार को एक नारियल, 11 बादाम लेकर एक काले वस्त्र में बांध दें। फिर इसे सिर से सात बार उतारकर जल में प्रवाहित कर दें। इससे भी राहु शांत होता है।
सितंबर माह के दूसरे सप्ताह कई राजयोगों का निर्माण होने वाला है। इस सप्ताह मंगल तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इसके अलावा इस सप्ताह त्रिग्रही, बुधादित्य योग, समसप्तक, षडाष्टक, गजलक्ष्मी, नवपंचम, महालक्ष्मी जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को इस सप्ताह विशेष लाभ मिल सकता है। आइए ज्योतिषी सलोनी चौधरी से जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल