Rahu Gochar 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में राहु को पापी, छाया और रहस्यमय ग्रह के रूप में देखा जाता है। लेकिन ऐसा होने के बाद भी राहु का महत्व कम नहीं होता है। राहु हमेशा वक्री अवस्था यानी उल्टी चाल से चलते हैं। इसलिए वह हमेशा आगे नहीं बल्कि पिछली राशि में प्रवेश करते हैं। बता दें कि इस समय राहु कुंभ राशि में विराजमान है।इसके साथ ही वह समय-समय पर नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं। जिसका असर भी 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य देखने को मिलता है। बता दें कि इस समय राहु इस समय पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में विराजमान है और दिसंबर माह में वह शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। राहु के शनि के नक्षत्र में आने से कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन राशियों के बारे में..
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पापी ग्रह राहु 2 दिसंबर को सुबह 2 बजकर 11 मिनट पर शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। आकाश मंजल के 27 नक्षत्रों में से शतभिषा 24वां नक्षत्र माना जाता है। जिसके स्वामी शनि और राशि कुंभ है। बता दें कि राहु एक राशि में करीब 18 माह रहते हैं और एक राशि में करीब 3 नक्षत्र आते हैं। ऐसे में राहु एक नक्षत्र में करीब 89- माह रहते हैं। ऐसे में 27 नक्षत्रों से होते हुए दोबारा उसी नक्षत्र में आने में राहु को करीब 18 साल 6 माह का वक्त लग जाता है।
मेष राशि (Aries Zodiac)
पापी ग्रह राहु शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करके इस राशि के एकादश भाव में विराजमान रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। लंबे समय से अटके हुए कार्य पूरे होने के साथ मनचाहे परिणाम मिलने की संभावना है। एकादश भाव में राहु का होना अत्यंत शुभ माना जाता है, जिससे हर क्षेत्र में सफलता के साथ आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और आमदनी में तेजी से वृद्धि देखने को मिलेगी। इस अवधि में नए लोगों से मुलाकात होगी, जिनके साथ समय बिताकर लाभकारी संबंध बन सकते हैं। व्यापार में भी अच्छा लाभ मिलने के योग हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। शेयर मार्केट में निवेश से भी लाभ मिलने के प्रबल संकेत हैं। करियर में सफलता के साथ पदोन्नति और वेतन वृद्धि के भी योग बन रहे हैं। शुभ परिणामों के लिए हर बुधवार को काले तिल का दान करना अत्यंत लाभकारी रहेगा।
कन्या राशि (Virgo Zodiac)
राहु इस नक्षत्र में प्रवेश करके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में लाभ मिलने के योग बन सकते हैं। तीसरे भाव में राहु का गोचर काफी फलदायी माना जाता है, जिससे सफलता के नए अवसर सामने आ सकते हैं। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं और काम के सिलसिले में कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी। साहस, आत्मविश्वास और पराक्रम में वृद्धि होगी, जिससे आप जोखिम उठाकर व्यापार में भी अच्छा लाभ कमा सकते हैं। आप अपनी रुचि के अनुसार कार्य चुन सकते हैं, जिससे अच्छा खासा फायदा मिलेगा। कार्यक्षेत्र में प्रगति के साथ वेतन वृद्धि और नई नौकरी के भी योग बन रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य में भी सुधार रहेगा। यह समय आपके लिए उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहेगा।
धनु राशि (Sagittrus Zodiac)
शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करके राहु इस राशि के छठे भाव में रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में लंबे समय से चल रही समस्याएं इस अवधि समाप्त हो सकती हैं और हर कठिनाई का समाधान खोज पाने में आप सफल होंगे। पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिल सकती है। नौकरी कर रहे लोगों को भी अच्छे परिणाम मिलने के साथ कार्यस्थल पर लाभ प्राप्त होगा, हालांकि सहकर्मियों से सावधानी बरतना आवश्यक है क्योंकि वे धोखा दे सकते हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में भी सफलता मिलने की संभावना है। खर्चों में कमी आने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पहले किए गए निवेश से अच्छा खासा धन प्राप्त हो सकता है। यह समय आपके लिए सकारात्मक बदलाव और स्थिरता लेकर आ सकता है।
सितंबर माह का तीसरे सप्ताह सूर्य और शुक्र अपनी राशि बदलने वाले हैं, जिससे कई राजयोगों का निर्माण होने वाला है। इस सप्ताह शुक्र कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे बुध के साथ युति करके लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण करेंगे। इसके साथ ही सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे केतु के साथ युति करेंगे। इसके अलावा इस सप्ताह समसप्तक, षडाष्टक, गजलक्ष्मी, नवपंचम, महालक्ष्मी जैसे राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को इस सप्ताह विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि तक के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।