Radha Kund Snan 2024: सनातन धर्म में राधा रानी और श्री कृष्ण की पूजा का बेहद महत्व है। मान्यता है कि जो लोग रोज मां राधा और भगवान श्री कृष्ण की नियमित रूप से भक्ति करते हैं, उनके जीवन में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही शादीशुदा लोगों के जीवन में प्रेम और खुशहाली आती है। हर साल राधा रानी और श्री कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए बहुत से भक्त राधा कुंड में स्नान करते हैं। बता दें कि राधा कुंड उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित है, जो गोवर्धन परिक्रमा मार्ग से लगभग 27 किलोमीटर दूर है। यह कुंड राधा रानी को समर्पित है और यहां स्नान करने से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर शादीशुदा जोड़े इस कुंड में डुबकी लगाते हैं तो उन्हें संतान सुख मिलता है और उनका वैवाहिक जीवन भी सुखी रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ पौराणिक कथा साथ ही जानिए राधा कुंड स्नान की सही तिथि और शुभ मुहूर्त।
राधा कुंड स्नान की सही तिथि और स्नान का शुभ मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2024 Radha Kund Snan Shubh Muhurat)
हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी के दिन राधाकुंड स्नान का विशेष महत्व है। इस साल 24 अक्टूबर 2024 को राधा कुंड में स्नान किया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन राधा रानी की पूजा करने से और राधा कुंड के पवित्र जल में डुबकी लगाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन कुंड में स्नान करने का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर की रात 11 बजकर 38 मिनट से देर रात 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।
राधा कुंड से जुड़ी पौराणिक कथा (Ahoi Ashtami 2024 Pauranik Kathayen)
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान श्री कृष्ण अपने दोस्तों के साथ गोवर्धन पर्वत के पास गायों को चारा खिला रहे थे। तभी एक अरिष्टासुर नाम का राक्षस गाय का रूप धारण करके श्री कृष्ण पर हमला करने का प्रयास किया। लेकिन श्री कृष्ण ने उसे पहचान लिया और उसका वध कर दिया। उस राक्षस ने गाय का रूप लेकर श्री कृष्ण पर हमला किया था और उसी समय श्री कृष्ण ने उसका वध किया था। इसलिए श्री कृष्ण को गौ हत्या का पाप लगा। इस पाप से छुटकारा पाने के लिए श्री कृष्ण ने अपनी बांसुरी से एक कुंड बनाया और उसमें स्नान किया। उसी जगह राधा रानी ने भी अपने कंगन से एक और कुंड बनाया और उसमें स्नान किया। यही कुंड अब राधा कुंड के नाम से जाना जाता है।
बता दें कि राधा कुंड में स्नान का सबसे शुभ दिन राधाष्टमी होता है। इस दिन बहुत सारे भक्त यहां आकर स्नान करते हैं। मान्यता है कि राधाष्टमी के दिन राधा कुंड में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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