Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: हस्तरेखा शास्त्र के माध्यम से ज्योतिषी आपकी हाथों की रेखाओं को देखकर भविष्य के बारे में काफी हद तक जाना जा सकता है। कई बार समय पर की गई सही गणना 90 प्रतिशत तक सही भी हो जाती है। वहीं हाथ की रेखाओं को लेकर कई लोगों के बीच अंधविश्वास भी है। ऐसे में अधिकतर लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि क्या हमें पंडितों को अपने हाथ की रेखाएं दिखानी चाहिए? प्रेमानंद महाराज वृंदावन के केलीकुंज नामक स्थान में एकांतिक वार्तालाप करने के साथ ही अपने अनुयायियों को दर्शन देते हैं। वह अपने सत्संग के जरिए लोगों को उनकी छोटी से छोटी समस्याओं को बहुत ही सरल तरीके से सुलझा देते हैं। उनके दर्शन करने के लिए विराट कोहली, अनुष्का शर्मा से लेकर देश-विदेश के लोग पहुंचे हैं। प्रेमानंद महाराज की साधारण दिनचर्या से संबंधित सवालों का भी जवाब बहुत ही सरलता के साथ देते हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि क्या पंडित को अपने हाथ की रेखाएं दिखानी चाहिए? आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज जी ने क्या उत्तर दिया…
आखिर क्यों आते हैं डरावने सपने? प्रेमानंद महाराज ने दिया चौंकाने वाला जवाब
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि कभी भी अपने हाथों की रेखाओं को नहीं दिखाना चाहिए कि हमारे साथ आगे क्या होने वाला है? आगे जो होगा देखा जाएगा, भगवान देख लेंगे। भगवान के शरण में है..बस राधा राधा का जप नाम करते रहें। आज के समय में तो वैसे भी हम परेशान है और आगे की समस्या और मोल ले लें कि आगे क्या होने वाला है? अगर ब्रह्मा जी ने जो हमारे भाग्य में लिख दिया, तो उसे कोई मिटा नहीं सकता है। प्रेमानंद जी कहते हैं कि जो विधना ने लिख दिया छठी राव के अंत राई छटे या तिल बढ़ें… रह रे जीवन निशंक यानी जो आपके भाग्य में लिख दिया गया है और आप कितना भी प्रयास कर लें लेकिन भाग्य में लिखी हुई कोई भी चीज कम होगी और न ही ज्यादा होगी। इसलिए जो भगवान ने लिख दिया है या जो भाग्य लिखा है, तो हे जीव, बिना किसी चिंता के आराम से रहो। इसलिए आज के समय में जीना सीखे न कि भविष्य के बारे में अधिक ना सोचें।
प्रेमानंद महाराज जी एक अन्य वीडियो में कहते हैं कि भगवान भुवन भास्कर उदय होकर आपकी जीवन को नष्ट कर रहे हैं। दिन गया और रात्रि आई.. रात्रि गया अब पता नहीं दिन पूरा हो कि आज का ना हो सच्ची बात बड़ा भयावह है मृत्यु…. लोग ऐसी कल्पनाएं प्लानिंग हो रही कि लगता है अजर अमर हम है। आगे से आगे की सात पीढ़ी सुख भोगते रहे इतना समझ लें कि सात मिनट का भरोसा नहीं कि जिनके लिए हम सात पीढ़ी की सोच रहे व सात मिनट रहेंगे कि नहीं, जिससे सोच रहे हैं या रहेगा कि नहीं बड़ा भयावह विषय। तुम्हें भय नहीं लग रहा माया की तरफ से निर्भय हो। महा भय को प्राप्त हो जाओगे। भजन की तरफ वृत्ति जोड़ो फिर निर्भय हो तो परमानंद को प्राप्त हो जाओगे। तन से यदि वृंदावन का सेवन करने का सौभाग्य मिला।
अगस्त माह में सूर्य, बुध और शुक्र राशि परिवर्तन करने वाले हैं, जिससे गजलक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण, बुधादित्य, गजकेसरी जैसे कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिल सकता है। जानें अगस्त माह 12 राशियों के लिए कैसा होगा। जानें मासिक राशिफल