Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज वृंदावन में रहते हैं। साथ ही वह एक कथा वाचक हैं और राधा रानी के अनन्य भक्त हैं। वहीं महराज जी रोज सत्संग करते हैं और लोग सत्संग में आपक प्रश्न करते हैं, जिसका वह उत्तर देते हैं। वहीं प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर हैं और उनके सत्संग में कई सिलिब्रिटी पहुंचे हैं। जिसमें अनुष्का शर्मा, विराट कोहली और आसएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम शामिल है।
आपको बता दें कि महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि वह कौन सी आदतें हैं जिससे व्यक्ति अज्ञात मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। साथ ही उसके जीवन में धन की कमी आ सकती है। जिसमें प्रेमानंद महाराज ने बताया कि ऐसे प्रमुख 5 कारण हैं…
1- शाम के समय नहीं करें ये कार्य
प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज बताते हैं कि जो लोग संध्या काल के दौरान भोजन करते हैं या शारीरिक संबंध बनाते हैं। उन लोगों की आयु कम है। साथ ही ऐसे लोग लोग अज्ञात मृत्यु को प्राप्त हो सकते हैं। इसलिए संध्या के समय इन कामों को नहीं करना चाहिए। क्योंकि संध्या का समय भगवत भजन के लिए होता है।
2-संत और गुरुजनों का अपमान
महाराज जी बताते हैं कि जो लोग संत और गुरुजनों का अनादर करते हैं। साथ ही उनको अपशब्द बोलते हैं। उनको जीवन में कई समस्याओं की सामना करना पड़ सकता है। साथ ही ये गलत आदत आपकी जल्दी मृत्यु का कारण भी बन सकती है। इसलिए संत और गुरुजनों को कभी अपशब्द नहीं बोलने चाहिए।
3- दूसरों की इन चीजों का नहीं करे इस्तमाल
महाराज की अपने प्रवचन में बताते हैं कि व्यक्ति को कभी दूसरे लोगों के कपड़े, चप्पल और घड़ी नहीं पहननी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से जीवन में दरिद्रता आती है। साथ ही सोच नकारात्मक होती है। वहीं ऐसा करने से भी आपकी आयु घटने लगती है।
4- इन तिथियों पर नहीं करे ये कार्य
प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि पूर्णिमा, चतुर्दशी, एकादशी, अष्टमी और अमावस्या तिथि को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। साथ ही इन तिथियों को नॉनवेज और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आयु कम हो सकती है।
5- ब्रह्म मुहूर्त में सोते रहना
महाराज जी बताते हैं जो लोग ब्रह्म मुहूर्त में जागते नहींं हैं और सोते रहते हैं। ऐसे लोगों की भी आयु कम हो जाती है। क्योंकि ब्रह्ममुहूर्त योग-ध्यान और भजन करने के लिए होता है।
