Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण का विशेष स्थान है। श्री कृष्ण के बालरूप यानी कान्हा की पूजा अधिकतर घरों में की जाती है। बाल गोपाल की मूर्ति को घर में रखकर उनकी सेवा करना सबसे पुण्य का काम माना जाता है। उनकी सेवा बिल्कुल एक बच्चे की तरह की जाती है। बाल गोपाल की सेवा करते समय कई नियमों का पालन करना पड़ता है। कई घरों में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि लहसुन और प्याज का सेवन करने वाले क्या लड्डू गोपाल की सेवा कर सकते हैं या उसके क्या नियम है। प्रेमानंद महाराज से जानते हैं कि लहसुन प्याज का सेवन करने वाले लोगों को लड्डू गोपाल की सेवा करनी चाहिए कि नहीं…
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प्रेमानंद महाराज ने एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह बाल गोपाल की सेवा करने के नियमों के बारे में बता रहे हैं। प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि जिस घर में बाल गोपाल स्थापित किए गए हैं, तो उनकी सेवा एक नवजात बच्चे की तरह करनी चााहिए। इसके अलावा लहसुन–प्याज खाकर लड्डू गोपाल की सेवा करने की बात करें, तो साधु संतों को तो लहसुन-प्याज का सेवन करने निषेध माना गया है, क्योंकि इसका सेवन करने से तमोगुण की वृद्धि होती है। जिसके कारण जप-तप करने में बाधा आती है।
लहसुन-प्याज खाना कोई पाप नहीं होता है। इसकी उपज भी वैसे ही होती है जैसे कि आलू की होती है। लेकिन इसकी प्रवृत्ति अलग होने के कारण इसे जप-तप करने वालों के लिए निषेध माना गया है। इसके अलावा दीक्षा लिए हुए लोगों को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि जब आप लहसुन प्याज का सेवन करके आप लड्डू गोपाल की सेवा कर सकते हैं। लेकिन जो भोग आप लड्डू गोपाल के लिए बनाएं, तो वह लहसुन प्याज के बिना होना चाहिए। आप कुछ ज्यादा नहीं बना सकते हैं, तो सिर्फ रोटी का भोग लगा सकते हैं।
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डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
