Pitru Paksha (Shradh) 2024 Start Date And Time In Hindi (श्राद्ध कब से हैं): हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष के दौरान पितरों की मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति के लिए उनके परिवार के लोग तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि करते हैं। ऐसा करने से पितृ सुख-समृद्धि, धन-वैभव का आशीर्वाद देते हैं। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के पूर्णिमा तिथि के साथ पितृपक्ष आरंभ हो जाते हैं, जो आश्विन मास की अमावस्या तिथि को समाप्त हो जाते हैं। आइए जानते हैं कब से आरंभ हो रहा है पितृपक्ष और जानें श्राद्ध की सभी महत्वपूर्ण तिथियां…
कब से आरंभ हो रहा पितृपक्ष 2024 (Pitru Paksha 2024 Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 44 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 18 सितंबर को सुबह 8 बजकर 4 मिनट पर समाप्त हो ही है। ऐसे में पितृपक्ष का आरंभ 17 सितंबर से हो रहा है। इसके साथ ही आश्विन मास की अमावस्या तिथि 1 अक्टूबर को रात 9 बजकर 39 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 3 अक्टूबर को सुबह 12 बजकर 19 मिनट में समाप्त हो रही है। ऐसे में इस साल पितृपक्ष 17 सितंबर से आरंभ होकर 2 अक्टूबर को समाप्त हो रही है।
पितृ पक्ष का महत्व (Pitru Paksha 2024 Signification)
हिंदू धर्म के अनुसार, हमारे पूर्वजों की तीन पीढ़ियों की आत्माएं स्वर्ग और नरक के बीच पड़ने वाले पितृलोक में निवास करती है। इस जगह पर यमराज का शासन है। ऐसे में जो भी व्यक्ति मारता है उसे यमराज पितृलोक ले जाते हैं। ऐसे में जब किसी परिवार में कोई व्यक्ति मारता है, तो पहली पीढ़ी स्वर्ग या फिर नरक जाती है। ऐसे में पितृपक्ष के दौरान इन तीन पीढ़ियों का श्राद्ध कर्म किया जाता है। मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पितरों का तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किया जाता है, जिससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। इस पूरे महीने पितर धरती पर ही वास करते हैं। ऐसे में उनके परिवार जन विभिन्न तरीके से अपने पितरों को प्रसन्न करते हैं। इस दौरान अगर आपकी कुंडली में पितृदोष है, तो इस माह कुछ उपाय करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
श्राद्ध 2024 की सभी प्रमुख तिथियां (Pitru Paksha 2024 Shraddha Karma Date)
श्राद्ध | दिन | तिथियां |
पूर्णिमा का श्राद्ध | मंगलवार | 17 सितंबर 2024 |
प्रतिपदा का श्राद्ध | बुधवार | 18 सितंबर 2024 |
द्वितीया का श्राद्ध | गुरुवार | 19 सितंबर 2024 |
तृतीया का श्राद्ध | शुक्रवार | 20 सितंबर 2024 |
चतुर्थी का श्राद्ध | शनिवार | 21 सितंबर 2024 |
पंचमी का श्राद्ध | रविवार | 22 सितंबर 2024 |
षष्ठी का श्राद्ध और सप्तमी का श्राद्ध | सोमवार | 23 सितंबर 2024 |
अष्टमी का श्राद्ध | मंगलवार | 24 सितंबर 2024 |
नवमी का श्राद्ध | बुधवार | 25 सितंबर 2024 |
दशमी का श्राद्ध | गुरुवार | 26 सितंबर 2024 |
एकादशी का श्राद्ध | शुक्रवार | 27 सितंबर 2024 |
द्वादशी का श्राद्ध, मघा श्राद्ध | रविवार | 29 सितंबर 2024 |
त्रयोदशी का श्राद्ध | सोमवार | 30 सितंबर 2024 |
चतुर्दशी का श्राद्ध | मंगलवार | 1 अक्टूबर 2024 |
सर्वपित अमावस्या | बुधवार | 2 अक्टूबर 2024 |
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।