Pink Full Moon (पिंक मून) 2024 Date, Timings in India Updates: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल के पहले माह यानी चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि के दिन सुपरमून होता है जिसे पिंक मून कहा जाता है। आज शाम को आकाश में पिंक मून का नजारा देखनो के मिलेगा। पिंक मून असल में गुलाबी नहीं होता बल्कि यह चांद की तरह सिल्वर और गोल्डन तरह का होता है। बता दें कि अमेरिका में बसंत ऋतु के दौरान पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर इस दिन के सुपरमून को पिंक मून कहा जाता है। इसे स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून आदि नामों से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं पिंक मून के बारे में सबकुछ…
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, 1979 में पहली बार सुपरमून को देखा गया था। साथ ही आपको बता दें कि एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे पेरीजीन फुल मून का नाम दिया था।
पिंक मून नाम, ईस्ट अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है।
पिंक मून पर पंचग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही मेष राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग, शुक्र के अपनी उच्च राशि मीन में आने से मालव्य राजयोग, शनि के मूल त्रिकोण राशि में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल की तरह इस साल भी चैत्र पूर्णिमा को पिंक मून का अद्भुत नजारा देखने को मिलने वाला है। बता दें कि चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत आज सुबह 3 बजकर 25 मिनट से हो गई है, जो कल यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी।
पिंक मून देखने के लिए किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं है। इसे आप नंगी आंखों से देख सकते हैं। इतना ही नहीं रात को टूटते हुए तारों का भी अद्भुत नजारा देख सकते हैं।
पिंक मून के समय की बात करें, तो आज सुबह 3 बजकर 25 मिनट पर से दिखेगा। लेकिन सुबह होने के कारण चंद्रमा नहीं नजर आएगा। लेकिन शाम के समय करीब 5 बजकर 18 मिनट यह अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। शाम को 6 बजकर 25 मिनट पर साफ तौर पर यह नजारा अद्भुत दिखाई देगा।
पिंक मून एक खगोलीय घटना से कहीं अधिक एक सांकृतिक और प्राकृतिक घटना मानी जाती है, जो प्रथ्वी और ब्रह्मांड के लय को जोड़ती है। यह काफी अद्भुत नजारा माना जाता है जिसका हर साल बेसब्री से इंतजार किया जाता है।
अमेरिका जनजातियों के लिए पिंक मून काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मौसम पौधा रोपण का होता है। इसे फसल लगाने की योजना, आशा और नवीकरण का प्रतीक माना जाता है। वहीं अध्यात्मिक प्रथाओं के अनुसार, पिंक मून को सफाई और पुनर्जन्म से जोड़कर देखा जाता है, जो पुराने पैटर्न को छोड़कर नई शुरुआत करने के लिए प्रेरित करता है।
पिंक मून का अद्भुत नजारा आज शाम यानी 23 अप्रैल को शाम 7 बजकर 49 मिनट ईटी और भारतीय समय के अनुसार, 24 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 19 मिनट में देखने को मिलने वाला है। यह एक सुपरमून है। इस दौरान चंद्रमा आम दिनों से कुछ फीसदी बढ़ा दिखाई देगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पिंक मून के दौरान चंद्रमा तुला राशि में विराजमान रहेंगे। इसके साथ ही मीन राशि में पंचग्रही योग के साथ कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में पिंक मून मेष, मकर और सिंह राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशियों को तनाव से मुक्ति मिलने के साथ मनोबल में बढ़ोतरी हो सकती है।
बता दें कि सुपरमून अपने सामान्य आकार से बड़ा और बेहद चमकीला होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार कई बार ये सामान्य आकार से करीब 14 गुना अधिक बढ़ जाता है और इसकी चमक में 30 फीसदी तक इजाफा हो जाता है।
बसंत ऋतु में दिखने वाला सुपर मून को पिंक मून के अलावा स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून आदि नामों से भी जाना जाता है।
पिंक मून को आप गुलाबी चांद समझते होंगे। लेकिन ये पूरी तरह से गलत है। दरअसल,पिंक मून नाम पूर्वी अमेरिका में पाए जाने वाले एक पौधे ‘हर्ब मास पिंक’ या फ्लॉक्स सुबुलाता (Phlox Subulata) के नाम पर रखा गया है। यह पौधा बसंत ऋतु में निकलता है, जो काफी महत्वपूर्ण पौधा माना जाता है। इसी के कारण इस सीजन में दिखने वाले सुपर मून को पिंक नाम दिया गया।
बता दें कि पिंक मून चैत्र पूर्णिमा के दिन देखा जा रहा है। पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा की शुरुआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। बता दें कि चंद्रोदय शाम को 6 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा। इसके बाद से आप खूबसूरत पिंक मून का दीदार कर सकते हैं।