Astrology: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का हमारे जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव पड़ता है। कुंडली में ग्रह दोष होने पर जातक को कई संकटों का सामना करना पड़ता है।
मीन और धनु राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति होते हैं। कुंडली में गुरु दोष होने पर कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह शांति के कई उपाय बताए गए है। मान्यता के अनुसार इन उपायों को करने से कुंडली में गुरु ग्रह दोष समाप्त हो जाता है। वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को संतान, गुरु, धर्म और ज्ञान का कारक माना गया है।
Astrology: गुरु ग्रह दोष से होने वाले रोग
कुंडली में गुरु ग्रह दोष होने पर स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां भी हो सकती है। पेट संबंधी बीमारियां और कैंसर जैसी बीमारी के होने का भी खतरा रहता है।
गुरु ग्रह दोष से होने वाले रोग के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुबह जल्दी उठकर जल में हल्दी मिलाकर सूर्य देव का अर्घ्य दें। विष्णु पाठ करें और तर्जनी में सोने की अंगूठी या छल्ला धारण करें।
Guru Grah Shanti ke Upay: गुरु ग्रह शांति के लिए करें दान
गुरु ग्रह शांति के लिए बृहस्पति के दिन व्रत रहे और विधि-विधान से भगवान कृष्ण की पूजा करें। इस दिन हल्दी, सोना, नमक आदि दान करना चाहिए।
Guruwar Ke Upay: गुरु ग्रह शांति के लिए कौन सा रत्न पहनें?
गुरु ग्रह शांति के लि पुखाज रत्न धारण करना शुभ माना गया है। मीन और धनु राशि के जातकों के लिए पुखराज धारण करना बहुत की लाभप्रद होता है। गुरु ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए गुरु यंत्र भी धारण कर सकते हैं। इसके गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए। मान्यता है कि इन उपायों को करने से जातक को गुरु ग्रह दोष से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही इसके अच्छे नतीजे भी मिलने शुरू हो जाते हैं।