Paush Putrada Ekadashi 2024 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में कुल 24 एकादशी पड़ती है। ऐसे में हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष पर एकादशी पड़ती है। हर एक का अपना-अपना महत्व है। ऐसे ही पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी काफी खास होती है। इसे पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से जानते हैं। माना जाता है कि इस दिन श्री हरि विष्णु की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से निजात मिल जाती है। इसके साथ ही हजारों यज्ञ करने के बराबर फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही संतान की रक्षा भगवान विष्णु करते हैं। जानें इस साल कब है पुत्रदा एकादशी। इसके साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व।
बता दें कि साल में दो बार पुत्रदा एकादशी पड़ती है। पहली पौष माह में और दूसरी श्रावण मास में पड़ती है। दोनों ही संतान प्राप्ति के लिए काफी जरूरी एकादशी मानी जाती है।
कब है पौष पुत्रदा एकादशी 2024? (Paush Putrada Ekadashi 2024 Muhurat)
पौष माह के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि आरंभ- 20 जनवरी 2024 को रात 06 बजकर 26 मिनट पर शुरू
एकादशी तिथि समाप्त- 21 जनवरी 2023 को रात 07 बजकर 26 मिनट पर
पौष पुत्रदा एकादशी तिथि- 21 जनवरी 2024
पौष पुत्रदा एकादशी 2024 व्रत पारण समय (Paush Putrada Ekadashi 2024 Paran Time)
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत पारण 22 जनवरी 2024 को सुबह 07 बजकर 14 मिनट से सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर किया जाएगा।
पौष पुत्रदा एकादशी पर बना ब्रह्म योग (Paush Putrada Ekadashi 2024 Bhram Yog)
पौष मास की पुत्रदा एकादशी के दिन ब्रह्म योग बन रहा है। यह योग सुबह 7 बजकर 26 मिनट से शाम 7 बजकर 26 मिनट तक है। इस मुहूर्त में दान पुण्य करने का विशेष महत्व है।
पौष पुत्रदा एकादशी 2024 महत्व (Paush Putrada Ekadashi 2024 Significance)
पुराणों में पौष पुत्रदा एकादशी के महत्व को विस्तार से बताया गया है। माना जाता है कि इस एकादशी में व्रत रखने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही व्यक्ति की हर कामना पूरी हो जाती है। जिन दंपतियों को संतान नहीं है उनके लिए व्रत रखना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इसके साथ ही इस दिन व्रत रखने के साथ श्री हरि की पूजा करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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