Paush Purnima 2026 Date: हिंदू धर्म में पूर्णिमा की तिथि को बेहद शुभ माना गया है । इस दिन चंद्रमा अपनी सभी सोलह कलाओं से पूर्ण रहता है। साथ ही दिन दिन दान- स्नान करना मंगलकारी होता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं पौष पूर्णिमा के बारे में, जो इस साल 3 जनवरी को पड़ेगी। मान्यता है कि इस पूर्णिमा पर दान, स्नान और तप करने से सुख- समृद्धि होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। इस साल पौष पूर्णिमा पर अभिजीत मुहूर्त बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं तिथि और दान- स्नान का शुभ मुहूर्त…
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पौष पूर्णिमा 2026 की तिथि (Paush Purnima Kab Hai)
वैदिक पंचांग के मुताबिक पौष पूर्णिमा तिथि का आरंभ 2 जनवरी 2026 को शाम 06.54 बजे से होगा। साथ ही इस तिथि का अंत 3 जनवरी को दोपहर 03.31 बजे होगा। ऐसे में उदया तिथि को आधार मानते हुए पौष पूर्णिमा का व्रत 3 जनवरी 2026 को रखना ही उचित होगा। साथ ही इस दिन चंद्रमा का उदय शाम 6 बजकर 12 मिनट पर होगा।
पौष पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
पौष पूर्णिमा पर दान-स्नान का ब्रह्म मुहूर्त 3 जनवरी 2026 को सुबह 5 बजकर 24 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। साथ ही इसके अलावा, आप चाहें तो दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त में भी दान-धर्म के कार्य कर सकते हैं। इस समय किया गया दान अक्षय पुण्य का फल देता है।
पौष पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
पौष पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन- धान्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सूर्यदेव की विधिपूर्वक पूजा करने से मृत्योपरांत भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। पूजा के साथ ही इस दिन स्नान-दान को भी विशेष फलदायी माना गया है। इस दिन से ही कल्पवास की शुरुआत हो जाती है, जो कि अगले पूर्णिमा यानी माघ महीने तक चलता है। पूर्णिमा तिथि पर सफेद रंग की चीजों का दान करें. दूध, चावल, चीनी, चांदी, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन और खीर का प्रसाद के रूप में वितरण किया जा सकता है।
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