रत्न विज्ञान में 84 रत्न और 9 रत्नों का वर्णन मिलता है। इन 9 रत्नों में 5 को प्रमुख रत्न माना गया है। जिसमें पन्ना, मूंगा, पुखराज, मोती और माणिक्य का नाम शामितहैं। यहां हम आज बात करने जा रहे हैं पन्ना रत्न के बारे में। इसे संस्कृत में मर्कत, हिंदी में पन्ना, मराठी में पांचू, बांग्ला में पाना और अंग्रेजी में एमराल्ड कहते हैं। साथ ही इस रत्न का संबंध ज्योतिष में व्यापार के दाता बुध ग्रह से माना जाता है।

आपको बता दें कि इस रत्न को धारण करने से बिजनेस में बढ़ोतरी होने की मान्यता है। साथ ही यह रत्न छात्रों के लिए ये काफी फलदायी माना जाता है। कहते हैं इसके प्रभाव से बुद्धि तेज होती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है। मीडिया और फिल्म लाइन से संबंधित लोगों के लिए भी पन्ना रत्न शुभ माना जाता है। जानिए पन्ना रत्न कब, किसे और कैसे धारण करना चाहिए।

पन्ना धारण करने के लाभ:
रत्न शास्त्र अनुसार इस रत्न को धारण करने से बिजनेस में लाभ प्राप्त होने लगता है। वहीं जो छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं या वो जल्दी किसी बात को जल्दी भूल जाते हैं। उनके लिए भी ये रत्न शुभ माना गया है। साथ ही जिन लोगों को नेत्र रोग हैं वो लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं। साथ ही जो लोग तोतले या उनका उच्चारण सही नहीं होता है, ऐसे लोग भी पन्ना कनिष्ठा उंगली में पहन सकते हैं।। जो लोग मीडिया और फिल्म लाइन जगत से जुड़े हुए हैं वो लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं। वहीं जिन लोगों को व्यापार में सफलता नहीं मिल पा रही हो, वो लोग भी अपनी जन्मकुंडली का विश्लेषण कराकर पन्ना धारण कर सकते हैं।

इन लोगों को करता है पन्ना सूट:
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मिथुन और कन्या वालों को ये रत्न काफी लाभकारी माना जाता है। क्योंकि इन राशियों पर बुध ग्रह आधिपत्य है। लेकिन किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इसे धारण करें। इसके अलावा पन्ना वृषभ, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोग भी पन्ना धारणकर सकते हैं। लेकिन मेष, कर्क और वृश्चिक वालों को पन्ना बिल्कुल भी धारण नहीं करना चाहिए। अगर किसी जातक की कुंडली में जन्म लग्न में बुध छठे, आठवें, 12वें भाव में सकारात्मक स्थित हैं तो भी ये रत्न धारण किया जा सकता है। कुंडली में अगर बुध अगर नीच का स्थित है तो यह रत्न धारण नहीं करना चाहिए।

इस विधि से धारण करें पन्ना:
रत्न शास्त्र अनुसार पन्ना को चांदी में या सोने की अंगूठी में जड़वाकर हाथ की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) में बुधवार के दिन धारण कर सकते हैं। इसे सूर्योदय से लगभग 10 बजे तक पहन सकते हैं। पन्ना सोने में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। पन्ना कम से कम सवा 7 कैरेट का होना चाहिए। पन्ना धारण करने से पहले उसे एक रात के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री व दूध के घोल में डुबोकर रख दें। उसके बाद बुधवार के दिन सुबह इसे निकाल कर धूप दीप दिखाएं और ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप कर धारण कर लें। इसके बाद बुध ग्रह से संबंधित दान निकालकर किसी मंदिर के पुजारी को देकर आएं।