Panchak 2024: हिंदू धर्म में पंचक का विशेष महत्व है। किसी भी शुभ काम या फिर मांगलिक कार्यों को करने से पहले शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। ऐसे ही हर 27 दिनों में 5 दिनों का वक्त ऐसा होता है। इस दौरान कई तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने में ब्रेक लग जाता है, जिसे पंचक कहा जाता है। यह पंचक चंद्रमा का 5 अशुभ नक्षत्रों में से गुजरने के कारण होता है। बता दें कि मई माह की 29 तारीख यानी आज रात से पंचक शुरू हो रहे हैं। बुधवार के दिन शुरु होने के कारण किसी भी प्रकार का दोष नहीं लगेगा। इस कारण इसे दोषरहित पंचक कहा जाएगा। आइए जानते हैं इन 5 दिनों के दौरान क्या करना होगा शुभ और क्या करना होगा अशुभ..
कब से कब तक है पंचक 2024?
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि 29 मई को पंचक रात 08 बजकर 06 मिनट से शुरू हो रहे हैं, जो 3 जून को रात 1 बजकर 41 मिनट पर समाप्त हो रहे हैं।
पंचक दोषरहित क्यों?
बता दें कि जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र से होकर गुजरता है, तो पंचक लगते है। इसके साथ ही पंचक दिन के हिसाब से जोड़े जाते हैं। जैसे रविवार को शुरु होने वाले पंचक को रोग पंचक, सोमवार को राज पंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक, शुक्रवार को टोर पंचक और शनिवार को मृत्यु पंचक कहते हैं। इसके अलावा बुधवार और गुरुवार के दिन शुरू होने वाले दोषरहित होते हैं। इन्हें अशुभ नहीं माना जाता है।
पंचक के दौरान इन 5 कामों को करने की है मनाही
‘अग्नि-चौरभयं रोगो राजपीडा धनक्षतिः।
संग्रहे तृण-काष्ठानां कृते वस्वादि-पंचके।।’
मुहूर्त-चिंतामणि में दिए गए इस श्लोक के अनुसार, पंचक के दौरान इन पांच कामों को करने की मनाही है। पंचक के दौरान लकड़ी इकट्ठा करना या खरीदना, मकान में छत डालना, दाह संस्कार करना, पलंग या चारपाई बनाना और दक्षिण दिशा की यात्रा करना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में पंचक दोष लगता है।
बुध पंचक के दौरान करें ये काम
बुध पंचक बुधवार के दिन शुरू हो रहे हैं। ये दिन काफी खास है, क्योंकि ये दिन भगवान गणेश का है। इसके साथ ही इस जिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी और कालाष्टमी व्रत भी पड़ रहा है।
बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के साथ उन्हें दूर्वा अर्पितकरें।
पंचक के दौरान जल, घड़ा, छाता, वस्त्र, मूंग की दाल या फिर अन्य हरी चीजों का का दना करें।
एक लोई में चने की दाल और थोड़ा सा गुड़, हल्दी रखकर गाय को खिलाएं। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।