Panchak July 2023: हिंदू धर्म में किसी भी मांगलिक या फिर शुभ काम को करने से पहले शुभ-अशुभ, ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को जरूर देखा जाता है। किसी भी शुभ काम को अशुभ मुहूर्त में करने का मनाही होती है। इसको लेकर मान्यता है कि अशुभ समय में किए गए काम में कभी भी सफलता हासिल नहीं होती है। इसके साथ ही कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे ही हर मास में पांच दिनों का अशुभ मुहूर्त होता है, जिसे पंचक कहा जाता है। आज से पंचक शुरू हो रहे हैं। इसके साथ ही सावन सोमवार में भी पंचक आरंभ हो रहे हैं। जानिए पंचक कब से कब तक और क्या है इसके नियम।
कैसे बनते हैं पंचक?
शास्त्रों के अनुसार, पंचक पांच नक्षत्रों के मेल से बनता है, जो धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र है। बता दें कि चंद्रमा एक राशि में ढाई दिन रहता है। ऐसे में चंद्रमा पांच दिन में दो राशियों में भ्रमण कर लेता है। ऐसे में जब चंद्रमा पांच दिनों के समय में इन नक्षत्रों में रहता है, तो पंचक बनता है। ऐसा संयोग हर 27 दिन बाद बनता है।
जुलाई 2023 में कब से कब तक पंचक?
हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचक आज यानी 6 जुलाई 2023 को दोपहर 01 बजकर 38 मिनट से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही 10 जुलाई को सोमवार शाम 6 बजकर 59 मिनट पर समाप्त हो रहे हैं। बता दें, सावन के पहले सोमवार पर पंचक का साया रहेगा।
सावन के पहले सोमवार को पंचक का साया
शास्त्रों के अनुसार, पंचक 10 जुलाई को शाम तक रहेंगे। ऐसे में सावन के पहले सोमवार को पंचक रहेगा। लेकिन सावन के दौरान पड़ने के कारण भी इसका बुरा असर नहीं पड़ेगा। इसलिए आसानी से शिव पूजा की जा सकती है।
पंचक के दौरान न करें ये काम
- शास्त्रों के अनुसार, पंचक के दौरान कुछ कामों को करने की मनाही होती है।
- पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने का मनाही होती है। माना जाता है कि पंचक के दौरान इस दिशा में यात्रा करने से अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है। अगर आपका जाना बेहद जरूरी , तो घर से निकलने से पहले हनुमान जी की पूजा करें और दही जरूर खाएं।
- पंचक के दौरान छत बनाने की मनाही होती है। माना जाता है कि इस समय में छत ढालने से घर में सुख-शांति समाप्त हो जाती है।
- पंचक के दौरान चारपाई बनवाना शुभ नहीं माना जाता।
- पंचक के दौरान लकड़ी आदि एकत्रित करने का मनाही होती है। माना जाता है कि इससे आग लगने का भय अधिक रहता है।